
देश का सबसे बड़ा डेयरी समूह अमूल (Amul) फ्रोजन फ्रेंच-फ्राई की पहली खेप फिलीपींस को निर्यात करने की तैयारी में है. फ्रोजन फ्रेंच-फ्राई को बनासकांठा जिले के बनास डेयरी में आलू प्रोसेसिंग प्लांट में तैयार किया जा रहा है. अगले महीने इसकी पहली खेप को अमूल ब्रांड के तहत निर्यात किया जा सकता है. गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (GCMMF) अमूल ब्रांड के तहत फ्रोजन फ्रेंच-फ्राई की मार्केटिंग और बिक्री करेगा. पहली खेप फिलीपींस को भेजी जाएगी. इसके बाद कई और देशों को अमूल फ्रोजन फ्रेंच-फ्राई का निर्यात किया जाएगा.
बिजनेस लाइन की खबर के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि डेयरी को मलेशिया, जापान, अमेरिका, कनाडा और कई यूरोपीय देशों से ऑर्डर भी मिले हैं. शिपमेंट गुजरात में मुंद्रा बंदरगाह से किया जाएगा. नए बने आलू प्रोसेसिंग प्लांट से अगले महीने पहली खेप रवाना होगी. बनास डेयरी के प्रबंधक निदेशक संग्राम चौधरी के अनुसार उनके पास 120 टन फ्रोजन फ्रेंच-फ्राई का ऑर्डर है.
पीएम मोदी ने किया था उद्घाटन
प्रतिदिन 48 टन आलू की प्रोसेसिंग करने की क्षमता वाले 140 करोड़ रुपये के इस प्लांट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. पहले कनाडा, सिंगापुर और मलेशिया को थोड़ी मात्रा में ही फ्रोजन फ्रेंच-फ्राई का निर्यात किया जाता था. इस प्रोसेसिंग प्लांट में फ्रोजन-फ्रेंच-फ्राई के अलावा फ्रोजन चिप्स, आलू टिक्की, बर्गर पैटी आदि का उत्पादन होता है.
आलू के प्रोडक्ट की जबरदस्त मांग
जिले में दीसा क्षेत्र को आलू का गर्म क्षेत्र माना जाता है. यहां भारी मात्रा में आलू की खेती होती है. इस वजह से आलू की कीमतों में हर साल उतार-चढ़ाव देखने को मिलता, जिसका असर किसानों की आय पर पड़ता है. इस साल डेयरी ने क्षेत्र के किसानों के साथ हुए अनुबंध के तहत करीब 10,000 टन आलू की खरीद की है. आलू के प्रोडक्ट की इन दिनों जबरदस्त मांग है. चौधरी ने कहा कि अगले साल हम लगभग 25,000 टन आलू खरीदने की योजना बना रहे हैं. करीब 3,200 आलू उत्पादन करने वाले किसान डेयरी के साथ जुड़े थे.
सरकार से नहीं मिली थी अमूल को राहत
गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ फ्रोजन फ्रेंच-फ्राई को आमूल के ब्रांड के साथ विदेशों में भेजने की तैयरी में है. पिछले दिनों अमूल और तमाम डेयरी कंपनियों को बड़ा झटका तब लगा, जब सरकार ने प्लास्टिक के स्ट्रॉ को प्रतिबंधित कर दिया. सरकार ने एक जुलाई से देश में सिंगल यूज वाले प्लास्टिक को प्रतिबंधित कर दिया है. अमूल ने पीएमओ को लेटर लिखकर इसे आगे टालने के लिए अनुरोध किया था, लेकिन सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला. अमूल ने कहा था कि सरकार के इस फैसले से दुनिया के सबसे बड़े दूध उत्पादक (Milk Producer) देश के किसानों और दूध की खपत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.