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Russia-Ukraine War: Anand Mahindra का यूक्रेन की जनता को सलाम, बोले 'ब्रिटिश लोगों से पूछो सत्याग्रह की ताकत'

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध (Russia-Ukraine War) में जिस तरह से यूक्रेन की जनता प्रतिरोध कर रही है. आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) उसके कायल हो गए हैं और उन्होंने इसे एक तरह का ‘सत्याग्रह’ बताया है.

आनंद महिंद्रा (File Photo : PTI) आनंद महिंद्रा (File Photo : PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 05 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 6:47 PM IST
  • देशभक्ति को बता चुके हैं ‘परमाणु बम’ से पॉवरफुल
  • यू्क्रेन के लोग रूसी सेना के विरोध में सड़कों पर उतरे
  • महिंद्रा ने शेयर किया नेक्स्टा टीवी का वीडियो

आनंद महिंद्रा का कहना है कि सत्याग्रह करने वालों पर विजय नहीं पाई जा सकती. ये बात उन्होंने यूक्रेन की जनता के रूस की सेना के प्रतिरोध करने को लेकर कही है. इसे लेकर उन्होनें एक वीडियो भी ट्वीट किया है.

ब्रिटिश लोगों से पूछो ‘सत्याग्रह’ ताकत
नेक्स्टा टीवी (Nexta TV) के एक वीडियो को शेयर करते हुए आनंद महिंद्रा ने ट्वीट (Anand Mahindra Tweet) किया कि जब एक सेना (Russian Army) को निहत्थे आम नागरिकों का सामना करना पड़ता है, तो वो उस हथियार का सामना कर रहे होते हैं जो किसी पॉवरफुल टैंक से भी ज्यादा ताकतवर होता है. ‘सत्याग्रह’ हमेशा ‘अविजित ताकत’ साबित हुई है, चाहें तो इस बारे में ब्रिटिश लोगों से पूछ लें...

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— anand mahindra (@anandmahindra) March 5, 2022

नेक्स्टा टीवी का ये वीडियो यूक्रेन के खेरसन का है, जहां रूस की सेना का विरोध करने के लिए यूक्रेन के आम लोग सड़कों पर उतर आए हैं. रूसी सैनिक उन्हें तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाते दिख रहे हैं.

देशभक्ति को बता चुके हैं ‘परमाणु बम’ से पॉवरफुल
आनंद महिंद्रा ने कुछ दिन पहले न्यूयॉर्क टाइम्स का एक वीडियो शेयर किया था. इस वीडियो में यूक्रेन की राजधानी कीव (Kyiv) की सड़कों पर हथियारबंद आम नागरिकों को देखा जा सकता है. इसके बारे में आनंद महिंद्रा ने ट्विटर (Anand Mahindra Twitter) पर लिखा था, ‘‘जब लोगों के पास अपने देश को बचाने की इच्छाशक्ति होती है, तो ये ताकत किसी भी परमाणु हथियार से अधिक शक्तिशाली होती है. भले ऐसे लोगों पर आक्रमण करना संभव हो, लेकिन उन पर आधिपत्य जमाना असंभव होता है.’

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When people have the willpower to defend their country, it’s a force more powerful than nuclear weapons. Makes invasion feasible but occupation impossible. (Video from the NY Times) pic.twitter.com/UHZYt9mxeK

— anand mahindra (@anandmahindra) February 26, 2022

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