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इकोनॉमी के लिए एक और अच्छा संकेत, 7 महीने के बाद सर्विस सेक्टर में बढ़त 

आईएचएस मार्किट इंडिया सर्विस पर्चेसिंग मैनेजर्स सूचकांक (पीएमआई) फरवरी के बाद पहली बार 50 अंक से ज्यादा हुआ है. इस सर्वे के मुताबिक अक्टूबर में भारत का सेवा कारोबार यानी सर्विस सेक्टर का गतिविधि सूचकांक 54.1 रहा. यह आंकड़ा सितंबर में 49.8 था.

सर्विस सेक्टर से अच्छी खबर सर्विस सेक्टर से अच्छी खबर
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 04 नवंबर 2020,
  • अपडेटेड 2:17 PM IST
  • इकोनॉमी के मोर्चे पर एक और अच्छा संकेत
  • सर्विस सेक्टर के पीएमआई में अक्टूबर में बढ़त
  • सात महीने के बाद पहली बार पॉजिटिव ग्रोथ

कोराना संकट के असर के बीच इकोनॉमी के लिए एक और अच्छी खबर आई है. कोविड-19 के चलते लगाए गए प्रतिबंधों में राहत के बाद भारतीय सेवा क्षेत्र (सर्विस सेक्टर) ने पिछले सात महीनों से जारी गिरावट का अंत करते हुए अक्टूबर में वृद्धि दर्ज की है. आईएचएस मार्किट इंडिया सर्विस पर्चेसिंग मैनेजर्स सूचकांक (पीएमआई) से यह संकेत मिला है. 

अक्टूबर में बेहतर आंकड़ा 

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इस सर्वे के मुताबिक अक्टूबर में भारत का सेवा कारोबार यानी सर्विस सेक्टर का गतिविधि सूचकांक 54.1 रहा. यह आंकड़ा सितंबर में 49.8 था. आईएचएस मार्किट इंडिया सर्विस पर्चेसिंग मैनेजर्स सूचकांक (पीएमआई) फरवरी के बाद पहली बार 50 अंक से ज्यादा हुआ है. इस सूचकांक में 50 से अधिक अंक का मतलब यह है कि सेवा गतिविधियों में बढ़ोतरी हो रही है.

सितंबर में भी हुआ था थोड़ा सुधार 

सितंबर में PMI 49.8 अंक पर पहुंच गया जो अगस्त में 41.8 पर था. पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) में 50 से ऊपर अंक रहना क्षेत्र में विस्तार को दिखाता है, जबकि इससे नीचे रहने पर यह गिरावट को दर्शाता है. 

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क्या कहा आईएचएस मार्किट ने 

न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, आईएचएस मार्किट की अर्थशास्त्री और संयुक्त निदेशक पॉलियाना डी लीमा ने बताया यह उत्साहजनक है कि भारतीय सेवा क्षेत्र कोविड-19 महामारी के कारण खराब हुई स्थिति से उबर रहा है. 

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उन्होंने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में सुधार अगस्त में ही शुरू हो गया था, लेकिन सेवा क्षेत्र में अब सुधार की शुरुआत हुई है. सेवा प्रदाताओं ने अक्टूबर में नए काम और व्यावसायिक गतिविधि में ठोस विस्तार के संकेत दिए. 

रोजगार में सुधार नहीं 

आईएचएस मार्किट ने बताया कि रोजगार के मोर्चे पर अक्टूबर में भी गिरावट हुई. लीमा ने कहा, ‘सर्वेक्षण में प्रतिभागियों ने संकेत दिया कि छुट्टी पर गए कर्मचारी वापस नहीं लौटे थे और कोविड-19 के प्रकोप के डर से कर्मचारियों की आवक रुकी हुई है.'  


 

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