
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के साथ मिलकर कोरोना वैक्सीन विकसित करने वाली घरेलू कंपनी भारत बायोटेक ने फिलीपींस में इसके इमरजेंसी उपयोग की अनुमति मांगी है. साथ ही कंपनी ने अपनी वैक्सीन COVAXIN का बांग्लादेश में ट्रायल करने के लिए भी आवेदन किया है.
फिलीपींस के दवा नियामक से मांगी अनुमति
रायटर्स की खबर के मुताबिक फिलीपींस के दवा नियामक फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के प्रमुख रोनाल्डो एनरीक डोमिंगो ने कहा कि भारत बायोटेक ने COVAXIN के फिलीपींस में इमरजेंसी उपयोग के लिए गुरुवार को आवेदन किया है. भारत बायोटेक फिलीपींस में कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी उपयोग के लिए आवेदन करने वाली चौथी कंपनी है.
बांग्लादेश में ट्रायल के आवेदन
इसी के साथ भारत बायोटेक ने बांग्लादेश में भी COVAXIN के ट्रायल के लिए आवेदन किया है. ढाका स्थित International Centre for Diarrhoeal Disease Research-Bangladesh (ICDDR-B) ने भारत बायोटेक की ओर बांग्लादेश में COVAXIN के ट्रायल के लिए आवेदन किया है.
बांग्लादेश आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के निदेशक महमूद-उज-जहान ने कहा, ‘‘ हमें कंपनी की ओर से प्रस्ताव मिला है.’’ परिषद की एथिक्स कमेटी कंपनी के आवेदन की समीक्षा करेगी. हालांकि ICDDR-B ने इस पर टिप्पणी करने से मना कर दिया है. बांग्लादेश में साइनोवैक बायोटेक कंपनी के संभावित वैक्सीन का ट्रायल आखिरी चरण में है.
भारत बायोटेक की COVAXIN को अंतिम चरण के परीक्षण परिणाम आने से पहले ही देश में सीमित इस्तेमाल की इजाजत दे दी गई. इसके चलते COVAXIN की सुरक्षा को लेकर काफी भ्रम है. ऐसे में लोगों के बीच भरोसे को बढ़ाने के लिए सरकार लगातार कोशिशें कर रही है.
भारत में दो वैक्सीन को मंजूरी
भारत ने 16 जनवरी से देश में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की है. भारत बायोटेक के COVAXIN के अलावा देश में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविडशील्ड के इस्तेमाल को भी मंजूरी दी गई है. कोविडशील्ड को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और एस्ट्राजेनका ने मिलकर विकसित किया है.