
देश में जुलाई में रिटेल महंगाई दर (Retail Inflation Rate) 5 साल के निचले स्तर 3.54 फीसदी पर लुढ़क गई है. इसके पहले जून में महंगाई दर 5.1 फीसदी थी. इसके बावजूद ये आंकड़ा कई वजहों से राहत देने का संकेत लेकर नहीं आया है. इसमें आई कमी की बड़ी वजह जुलाई 2023 का हाई बेस है, क्योंकि उस महीने रिटेल इंफ्लेशन 7.4 फीसदी था.
कुल महंगाई दर में गिरावट के बावजूद खाद्य महंगाई दर जुलाई में भी सबसे बड़ा सिरदर्द बनी रही है. वहीं एक और परेशान करने वाला आंकड़ा उत्तर भारत के उन गरीब राज्यों से आया है, जो कम आमदनी और ज्यादा महंगाई का डबल अटैक झेलने को मजबूर हैं. इनमें ज्यादातर राज्य उत्तर भारत के शामिल हैं, जहां पर औसत इनकम देश के मुकाबले कम है. लेकिन हैरानी की बात है कि यहां पर ही महंगाई भी सबसे ज्यादा है.
बिहार में सबसे ज्यादा महंगाई
आंकड़ों के मुताबिक बिहार के लोग महंगाई से सबसे ज्यादा परेशान हैं, जहां पर जुलाई में सबसे ज्यादा 5.9 फीसदी महंगाई दर दर्ज की गई थी. इसके बाद दूसरे नंबर पर असम के लोग महंगाई का दंश झेलने को मजबूर हैं, जहां पर बीते महीने 5.1 परसेंट महंगाई दर रही थी. तीसरे नंबर पर पूर्वी भारत का राज्या ओडिशा रहा, जहां 4.8 फीसदी महंगाई दर्ज की गई. महंगाई दर के मामले में उत्तर प्रदेश लिस्ट में चौथे नंबर पर है, जहां महंगाई दर 4.6 फीसदी रही है. सबसे ज्यादा महंगाई वाले राज्यों में यूपी के बाद हरियाणा का नंबर आता है, जहां पर साढ़े 4 फीसदी महंगाई दर जुलाई में दर्ज की गई.
झारखंड में सबसे कम महंगाई
जिन 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आंकड़े जारी किए गए हैं, उनमें से 20 में महंगाई दर 5 फीसदी से कम रही है. अगर उन राज्यों की लिस्ट पर नजर डालें जहां सबसे कम महंगाई है तो बिहार से अलग हुए झारखंड में हालात एकदम उलट हैं और यहां पर महंगाई दर 1.7 फीसदी के साथ सबसे कम है. सबसे कम महंगाई दर के मामले में झारखंड के बाद दिल्ली का नंबर आता है, जहां पर महंगाई दर 2.1 फीसदी है.
इसके बाद छत्तीसगढ़ में महंगाई दर 2.2 फीसदी पर है जबकि राजस्थान में रिटेल इंफ्लेशन ढाई फीसदी और उत्तराखंड में 2.8 फीसदी है. इस लिस्ट से साफ जाहिर हो जाता है कि महंगाई के मामले में आर्थिक तौर पर पिछड़े राज्यों को ज्यादा संघर्ष करना पड़ रहा है. इन राज्यों में अनाज की अच्छी खासी पैदावार होने के बावजूद यहां पर खाद्य महंगाई दर भी बड़ी परेशानी की वजह बनी हुई है.