
माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के को-फाउंडर एवं अरबपति समाजसेवी बिल गेट्स (Bill Gates) ने भारत के 76वें स्वतंत्रता दिवस (76th Independence Day) के मौके पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सराहना की. उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किला से देश के नाम संबोधन में हेल्थकेयर (Healthcare) और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन (Digital Transformation) को प्राथमिकता देने के लिए पीएम मोदी को बधाई दी.
बिल गेट्स ने ट्वीट कर दी पीएम मोदी को बधाई
गेट्स ने पीएम मोदी के भाषण के बाद ट्वीट किया, 'आज भारत स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस मौके पर मैं भारत के विकास को आगे बढ़ाते हुए हेल्थकेयर और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को वरीयता प्रदान करने के लिए नरेंद्र मोदी को बधाई देता हूं. इन सेक्टर्स में भारत की प्रगति प्रेरणा देने वाली है और इस यात्रा में भागीार बनकर हम सौभाग्यशाली हैं.' गेट्स ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री के हैंडल को टैग किया और अमृत महोत्सव हैशटैग का भी इस्तेमाल किया.
अगले 25 साल में भारत को विकसित बनाना लक्ष्य
आपको बता दें कि आज भारत को आजाद हुए 75 साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर करीब साल भर से देश में आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) मनाया जा रहा है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार नौंवीं बार लाल किले पर तिरंगा फहराया. प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद देश के नाम अपने संबोधन में अगले 25 साल की रणनीति का खाका पेश किया. आजादी की 75वीं सालगिरह के बाद अगले 25 साल को केंद्र सरकार ने 'अमृत काल' नाम दिया है. सरकार का लक्ष्य अगले 25 साल में देश को विकसित बनाने के साथ कई अन्य उपलब्धियों को हासिल करना है.
पीएम मोदी के भाषण में इन चीजों पर फोकस
प्रधानमंत्री का इस बार का संबोधन कई मायनों में काफी खास था. प्रधानमंत्री के पूरे भाषण में आतंकवाद, पाकिस्तान, विदेश नीति आदि का इस्तेमाल नहीं हुआ. प्रधानमंत्री के संबोधन में देश को विकसित बनाने, भारत को आत्मनिर्भर बनाने आदि पर रहा. इस मौके पर उन्होंने देश के नागरिकों से पांच प्रण की भी अपील की. इन पांच प्रणों में देश को विकसित बनाना, गुलामी की सोच से मुक्ति पाना, विरासत पर गर्व करना, एकता-एकजुटता और नागरिकों के कर्तव्य शामिल रहे. उन्होंने खास तौर पर खिलौना इंडस्ट्री का जिक्र किया. इसके अलावा उनके संबोधन में विदेशी कंपनियों के भारत में निवेश, 5जी आदि का भी जिक्र आया.