
कोरोना के नए म्यूटेंट वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) ने मंगलवार को दुनिया भर के बाजारों (Share Market) को परेशान किया. ब्रिटेन में इसके कारण पहली मौत होने और चीन में पहला मामला सामने आने से एशियाई बाजार गिरावट में रहे. इसका असर भारतीय बाजारों पर भी हुआ और मंगलवार को पूरे दिन घरेलू शेयर बाजार लाल निशान में रहे. कारोबार के दौरान सेंसेक्स (BSE Sensex) एक समय 500 अंक से अधिक गिर गया. बाद में बाजार ने कुछ हद तक वापसी की, लेकिन यह ओमिक्रॉन के प्रेशर से उबर नहीं पाया.
पूरे दिन गिरावट में रहे शेयर बाजार
बीएसई का सेंसेक्स सत्र खुलते ही करीब 400 अंक टूट गया. कारोबार के दौरान यह एक समय 500 अंक से अधिक गिर गया. एनएसई का निफ्टी (NSE Nifty) भी लाल निशान में खुला. निफ्टी में कारोबार शुरू होते ही करीब 100 अंकों की बड़ी गिरावट देखी गई और यह 17,300 अंक के नीचे आ गया. हालांकि दोपहर तक बाजार ने गिरावट की कुछ हद तक भरपाई की. बारह बजे के आस-पास सेंसेक्स करीब 135 अंक गिरकर 58,181 अंक के आस-पास कारोबार कर रहा था. इसी तरह निफ्टी करीब 37 अंक गिरकर 17,324 अंक के आस-पास था.
इतनी गिरावट में रहे सेंसेक्स-निफ्टी
मंगलवार को सत्र समाप्त होने पर सेंसेक्स 166.33 अंक यानी 0.29 फीसदी गिरकर 58,117.09 अंक पर बंद हुआ. एनएसई निफ्टी भी इस दौरान 43.35 अंक यानी 0.25 फीसदी टूटकर 17,324.90 अंक पर बंद हुआ.
ओमिक्रॉन, फेड रिजर्व का रहा प्रेशर
सोमवार को अमेरिका बाजार गिरावट में बंद हुए थे. इसके बाद मंगलवार को जब एशियाई बाजार (Asian Share Market) खुले, तो गिरावट का दौर जारी रहा. बाजार के ऊपर अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) के ब्याज दरों पर आने वाले निर्णय का प्रेशर है. इसके अलावा ओमिक्रॉन के चलते इन्वेस्टर्स घबराए हुए हैं.
एफपीआई की बिकवाली भी जारी
दूसरी ओर घरेलू बाजार में एफपीआई (FPI) की बिकवाली बनी हुई है. आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को एफपीआई ने घरेलू बाजार से 2,743.44 करोड़ रुपये निकाल लिए. हालांकि डीआईआई (DII) खरीदार बने हुए हैं, लेकिन उनकी 1,351.03 करोड़ रुपये की खरीदारी एफपीआई की बिकवाली के सामने बहुत कम है.