
Budget Aajtak: बजट आजतक का मंच सज चुका है. कार्यक्रम की शुरुआत 'एक्सप्रेस वे एक्सप्रेस' प्रोग्राम से हुई. इसमें केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बजट के बारे में तमाम पहलुओं पर बात की और सालभर के अपने विभाग का विजन भी बताया. गडकरी ने कहा कि देश का विकास करना है और इंटरनेशनल विकास-प्रगति के जो पैरामीटर हैं, उनमें चार बातें होना जरूरी है. इनमें वाटर, पावर, ट्रांसपोर्ट और कम्युनिकेशन. जो बेसिक इंफ्रास्क्ट्रचर है. अगर देश में इंफ्रास्क्ट्रचर डेवलप होगा तो इंडस्ट्री आएगी. इंडस्ट्री आएगी तो उसके साथ कैपिटल इंवेस्टमेंट आएगा.
गडकरी ने आगे कहा- कैपिटल इंवेस्टमेंट के साथ उससे रोजगार आएंगे. रोजगार से हमारे देश की गरीबी दूर होगी. 2014 से अब तक प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हो गई है. अमृतकाल में आगे बढ़ रहे हैं. बजट के कारण आगे प्रगति करेंगे.
राजमार्ग मंत्रालय का विजन क्या होगा?
गडकरी ने बताया कि हम लोग ग्रीन एक्सप्रेस वे हाईवे बना रहे हैं. दिल्ली-मुंबई रोड बना रहे हैं. 12 तारीख को प्रधानमंत्री उदघाटन करेंगे. दिल्ली से मुंबई 12 घंटे में पहुंच जाएंगे. दिल्ली से जयपुर की दूरी 2 घंटे की होगा. दिल्ली-देहरादून 2 घंटे में जाएंगे. दिल्ली हरिद्वार 2 घंटे, दिल्ली-चंडीगढ़ ढाई घंटे में, दिल्ली-श्रीनगर 8 घंटे में, कटरा 6 घंटे में, अमृतसर 4 घंटे में पहुंच जाएंगे. चेन्नई से बेंगलुरु 2 घंटे में पहुंच जाएंगे. बेंगलुरु से मैसूर एक घंटे का सफर होगा. नागपुर से पुणे 5 घंटे में पहुंचेंगे. औरंगाबाद से हाइवे बना रहे हैं.
इन रूट पर लगभग बंद हो जाएंगी फ्लाइट?
हवाई जहाज-ट्रेन से भी कम समय लगने के सवाल पर गडकरी ने कहा कि जब मैंने मुंबई-पुणे हाईवे बनाया था, तब वहां जेटएयरवेज की 8 फ्लाइट चलती थीं. अब इस रूट पर 2000 के बाद एक भी फ्लाइट नहीं चलती है. बंद हो गई हैं. इस साल के अंत तक दिल्ली-जयपुर, दिल्ली-देहरादून, दिल्ली-चंडीगढ़ के बीच चलने वाली लगभग ये फ्लाइट बंद हो जाएंगी.
फ्लाइट बंद होने के सवाल पर कहा कि ऐसा नहीं है. हम और एयरपोर्ट डेवलप कर रहे हैं. चंडीगढ़ से मुंबई, चेन्नई और हैदराबाद फ्लाइट जाएगी. चंडीगढ़ से दिल्ली की फ्लाइट उतनी नहीं रह जाएंगी. चार डेस्टिनेशन नए बनेंगे. एविएशन में हर साल 22 प्रतिशत ग्रोथ है.
सड़क पर लैंड होंगे हवाई जहाज...
जब मैं शिपिंग विभाग में मंत्री था. तब sea प्लेन लाया था. यानी एयरस्टिप से उड़कर पानी पर उतरने वाले हवाई जहाज लाए थे. ये पॉलिसी सरकार ने फाइनल की है. लेक, डैम वाटरपोर्ट बनेंगे. 26 ऐसे रोड बना रहे हैं, जहां प्लेन लैंड होंगे. यानी जब कभी ट्रैफिक कम है तब पहले रेलवे फाटक की तरह रोड बंद होगा और हवाई जहाज उतरेगा, एयरपोर्ट चला जाएगा. फिर रोड शुरू होगा. इसी तरह आवागमन होता रहेगा.
'रोड की 15 साल में लागत निकाल लेते हैं'
नितिन गडकरी ने कहा कि आज हमारा 40 हजार करोड़ का टोल से इनकम है. आगे ये एक लाख करोड़ रुपये तक होगा. NHAI का कभी घाटा नहीं होता है. हम जो रोड बनाते हैं, उसकी लागत 15 साल में निकल आती है. इस बार के बजट में हमारे मंत्रालय को जो 2 लाख 70 हजार करोड़ रुपये मिले हैं. उससे मैं 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक का काम करता हूं. उन्होंने कहा कि आज हमारे ऐसेट 70 हजार करोड़ से अधिक के हैं.
'ऑटोमोबाइल सेक्टर में लाखों नौकरियां आएंगी'
गड़करी ने कहा कि कंस्ट्रक्शन उपकरण इंडस्ट्री तीन गुना बढ़ी है. ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ने साढ़े चार करोड़ लोगों को नौकरी दे चुकी है. साढ़े चार लाख नौकरियां अगले पांच साल में ऑटोमोबाइल सेक्टर में बनेंगी.
इंफ्रास्ट्रक्चर का बजट 10 लाख करोड़
सरकार ने 2023-24 के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च बढ़ाक 10 लाख करोड़ रुपये किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा था कि पूंजी निवेश 33 फीसदी बढ़ाकर 10 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा. इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे कि सड़कों एवं राजमार्गों, रेलवे, आवासन और शहरी कार्य पर विशेष जोर देने के लिए पूंजीगत व्यय में बढ़ोतरी हुई है. ये सीधे तौर पर देश के आर्थिक विकास को प्रभावित करते हैं.
जिलों को हाईवे से जोड़ने का प्लान
आर्थिक सर्वे में सरकार ने बताया था कि वित्त वर्ष 2016 के 6061 किलोमीटर की तुलना में वित्त वर्ष 2022 के दौरान 10,457 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों/सड़कों का निर्माण किया गया है. नेशनल हाईवे नेटवर्क में पिछले आठ वर्षों के दौरान 55 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने बताया था कि सरकार भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत 550 जिले को हाईवे से जोड़ने के प्लान पर काम कर रही है. इकोनॉमिक कॉरिडोर की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी.