
बजट आजतक के महामंच पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कई मुद्दों पर खुलकर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने 2024 में होने वाले आगामी लोकसभा चुनावों के लेकर कहा कि वह अमेठी में चुनाव प्रचार के दौरान किन उपलब्धियों को गिनाएंगी.
स्मृति ईरानी ने कहा कि ऐसा कोई भी सेगमेंट नहीं है जहां मैं अपनी उपलब्धियां न गिना सकूं. स्मृति ने कहा कि सबसे पहले तो मैं ये कहूंगी कि मोदी है कि 2024 में अमृतकाल भी मुमकिन है. इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि पीएम मोदी ने ये कल्पना नहीं की है कि 25 साल बाद वह प्रधानसेवक बनेंगे या नहीं, बल्कि उन्होंने बार-बार कहा कि 25 साल बाद उस बच्चे के लिए आप कैसा देश छोड़कर जाओगे. ये आज के दायित्व का हिस्सा होना चाहिए.
बीजेपी नेता ने बताया कि पीएम मोदी ने अगले लोकसभा चुनाव के लिए क्या संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि बहुत सारी स्कीम हैं जिनकी आधारशिला 40 साल पहले रखी गई, लेकिन वह भारत की दरकार को पूरा नहीं करतीं. उनका अध्ययन करें. साथ ही कहा कि अगर गवर्नेंस में महिलाओं को हिस्सा बनाते हैं तो राष्ट्र का उत्थान इसी में छिपा हुआ है.
स्मृति ने कहा कि एक मंत्री होने के नाते मैं कभी भी आयुष्मान भारत को कभी नहीं छोड़ूंगी. क्योंकि इससे 10 करोड़ परिवार यानी 50 करोड़ लोग इससे लाभान्वित हो रहे हैं. अबतक 31 करोड़ कैंसर की स्क्रीनिंग हो चुकी है. इनकी स्क्रीनिंग मुफ्त में हुई हैं. इसमें सबसे ज्यादा महिलाएं लाभान्वित हुई हैं. स्मृति ईरानी ने कहा कि 2024 में होने वाले चुनाव में विजिनरी प्राइम मिनिस्टर के लिए वोट मांगूंगी. मैं भारत के भविष्य के लिए वोट मांगूंगी.
क्या चुनावी प्रचार में भाषण देने के लिए स्मृति ईरानी ने कई भाषाएं सीखी हैं. इस पर उन्होंने कहा कि मैंने चुनाव प्रचार के लिए कोई भाषा नहीं सीखी है. उन्होंने कहा कि मेरे नाना बंगाली हैं, नानी असम से हैं, दादा पंजाबी है, दादी महाराष्ट्रियन हैं और पति गुजरात से हैं. इसलिए इतनी भाषाएं आती हैं. उन्होंने कहा कि मैं जब बंगाल या त्रिपुरा जाती हूं, तो वहां के लोग उम्मीद करते हैं कि बांग्ला भाषा में बोलूं.
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