
दुनिया भर के शेयर बाजार (Share Market) अभी बिकवाली की चपेट में हैं. भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) भी इसी तर्ज पर गिर रहे हैं. विदेशी निवेशकों (FPI) की भारी बिकवाली, बढ़ती महंगाई, मंदी की आशंका आदि जैसे फैक्टर्स बाजार को संभलने का मौका नहीं दे रहे हैं. बीते चुनिंदा सप्ताहों को छोड़ दें तो पिछले तीन महीने से बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) दोनों लगातार गिरे हैं. लगातार आई गिरावट के चलते कई इन्वेस्टर्स खासकर रिटेल इन्वेस्टर्स घबराकर अपनी होल्डिंग्स बेच रहे हैं. हालांकि कई एक्सपर्ट बाजार में आए इस डिप को क्वालिटी स्टॉक्स खरीदने का बढ़िया मौका मान रहे हैं. उनका मानना है कि यह समय होल्ड करने और नया खरीदने का है. अभी भी ऐसे कई शेयर हैं, जो इन्वेस्टर्स का पैसा डबल बनाने का दम रखते हैं.
रिसर्च एंड एनालिसिस सर्विसेज देने वाली कंपनी सीएनआई रिसर्च (CNI Research) के सीएमडी किशोर ओस्तवाल (Kishor Ostwal) का मानना है कि अभी आई गिरावट ने स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट का बढ़िया अवसर दिया है. ओस्तवाल ने ये दावा भी किया कि इंटेरेस्ट रेट बढ़ने के बाद भी अब बाजार ऊपर चढ़ेगा. उन्होंने कहा कि अभी कई ऐसे सेक्टर हैं, जिनके स्टॉक्स खरीदने से आने वाले समय में बढ़िया रिटर्न मिल सकता है. उन्होंने पांच ऐसे शेयरों के बारे में भी बताया, जिनमें अभी इन्वेस्ट करना सही साबित हो सकता है. ओस्तवाल ने कहा कि तुरंत तो नहीं, लेकिन इन्वेस्ट करने के बाद होल्ड करने में यकीन रखने वाले इन्वेस्टर्स का पैसा ये पांच स्टॉक अगले दो साल की अवधि में डबल कर सकते हैं.
रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries): पिछले सप्ताह सरकार ने पेट्रोल, डीजल और एटीएफ के निर्यात पर टैक्स लगाने का निर्णय लिया था. इसके बाद रिफाइनरी बिजनेस से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई थी. देश की सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों (RIL Share Price) में तो उस दिन कई सालों की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. ऐलान के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 9 फीसदी तक गिर कर 2,370 रुपये से भी नीचे तक आ गया था. हालांकि बाद में इसने रिकवरी की और मंगलवार को 0.80 फीसदी की तेजी के साथ 2433.20 रुपये पर बंद हुआ. हालांकि यह अब भी पिछले एक महीने में ही करीब 12 फीसदी के नुकसान में है. यह इसके स्टॉक को खरीदने का अच्छा विकल्प बनाता है.
टिस्को (TISCO)/टाटा स्टील (Tata Steel): भारत जैसे विकासशील देश ग्रोथ के लिए आने वाले समय में इंफ्रास्ट्रक्चर पर खास जोर देने वाले हैं. इंफ्रा पर जोर, व्हीकल सेक्टर की मांग आदि कारक स्टील सेक्टर के लिए अच्छे प्रोस्पेक्ट दिखा रहे हैं. किशोर ओस्तवाल मानते हैं कि टाटा समूह की कंपनी टाटा स्टील का शेयर इससे लाभान्वित होने वाला है. मंगलवार को यह शेयर 0.67 फीसदी की तेजी के साथ 860.30 रुपये पर बंद हुआ, लेकिन पिछले एक महीने में यह करीब 20 फीसदी गिरा हुआ है. आपको बता दें कि टाटा स्टील को पहले टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी यानी टिस्को कहा जाता था.
टाटा पावर (Tata Power): टाटा समूह का यह शेयर भी अच्छी संभावनाओं वाला है. सीएनआई रिसर्च ने इस स्टॉक को भी अगले दो साल में डबल रिटर्न देने वाला माना है. टाटा पावर का शेयर मंगलवार को 0.59 फीसदी की तेजी के साथ 212.75 रुपये पर बंद हुआ. इसका 52-वीक हाई 298.05 रुपये है. इसका मतलब हुआ कि यह अभी अपने हाई की तुलना में 28 फीसदी से ज्यादा गिरा हुआ है. पिछले एक महीने में ही यह करीब 8 फीसदी नीचे आया है.
इंडसइंड बैंक (Indusind Bank): प्राइवेट सेक्टर का इंडसइंड बैंक आज 0.98 फीसदी गिरकर 823.95 रुपये पर बंद हुआ. यह अभी अपने 52-वीक लो के पास है. इसका लो लेवल 763.20 रुपये का है. वहीं इसका 52-वीक हाई 1,242 रुपये का है. यानी यह अपने हाई लेवल से 33 फीसदी से ज्यादा गिरा हुआ है. पिछले एक महीने में ही यह करीब 11 फीसदी टूटा है. इस कारण यह स्टॉक भी अभी बढ़िया बेट बन सकता है.
विपुल ऑर्गेनिक्स (Vipul Organics): कहते हैं कि आने वाला जमाना ऑर्गेनिक का होने वाला है. जिस तरह से भारत समेत पूरी दुनिया में ऑर्गेनिक पर जोर दिया जा रहा है, उससे इस कहावत के सटीक होने के चांसेज बढ़ जाते हैं. इस सेक्टर में लिस्टेड कंपनियों में विपुल ऑर्गेनिक्स सबसे बेहतर संभावनाएं वालों में से एक है. मंगलवार को यह स्टॉक 0.48 फीसदी की बढ़त के साथ 146.50 रुपये पर बंद हुआ. हालांकि अब भी यह अपने 52-वीक हाई यानी 228.65 रुपये की तुलना में 36 फीसदी गिरा हुआ है. हालिया बिकवाली में पिछले एक महीने में ही यह 13 फीसदी से ज्यादा गिरा है.
(Disclaimer: शेयर बाजार में पैसे लगाने पर कई तरह के रिस्क होते हैं. स्टॉक मार्केट में पैसे लगाने से पहले आप खुद से रिसर्च जरूर करें या अपने पर्सनल फाइनेंस एडवाइजर की सलाह लें.)