
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की नीतियों का अब खुलकर विरोध होने लगा है, अमेरिका में भी ट्रंप को विरोध का सामना करना पड़ रहा है. खासकर अमेरिकी इकोनॉमी में जान फूंकने के लिए ट्रंप ने जो टैरिफ का दांव चला है, वो अब अमेरिका पर ही भारी पड़ता नजर आ रहा है. भले ही आज अमेरिका विश्व शक्ति है, लेकिन जिस तरह से उसने चीन, कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ थोपा है. ये देश अब भी उसी अंदाज में जवाब दे रहे हैं.
बता दें, सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया कि मंगलवार यानी आज से कनाडा और मैक्सिको पर 25 फीसदी टैरिफ लागू हो जाएगा. ट्रंप ने कहा कि इसमें देरी की अब कोई गुंजाइश नहीं है. जिसके बाद कनाडा तिलमिला उठा है और वो आर्थिक मोर्चे पर वो इस लड़ाई को लेकर आर-पार के मूड में है.
आर-पार के मूड में कनाडा
दरअसल जैसे ही ट्रंप ने ऊर्जा आयात को छोड़कर कनाडा से आने वाले सभी सामानों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की, पलटवार करते हुए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी 30 अरब कनाडाई डॉलर मूल्य के अमेरिकी आयात पर टैरिफ लगा दिया. कनाडा ने भी अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर 25 फीसदी अतिरिक्त सरचार्ज लगा दिया है. साथ ही जस्टिन ट्रूडो ने डोनाल्ड ट्रंप पर तीखा हमला बोला. ट्रूडो ने ट्रंप के ऊपर कनाडा की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने का आरोप लगाया, ताकि वह उनके देश को अमेरिका में मिलाने की योजन पर काम कर सकें.
इस बीच कनाडा के ओंटारियो प्रांत के प्रीमियर (Premier of Ontario) डग फोर्ड (Doug Ford) ने अमेरिका पर जबर्दस्त पलटवार किया है. उन्होंने अमेरिका को बत्ती गुल की धमकी दी है. बता दें, कनाडा के ओंटारियो प्रांत से अमेरिका के तीन राज्यों में बिजली की सप्लाई की जाती है. अमेरिका के मिनिसोटा, मिशिगन और न्यूयॉर्क के करीब 15 लाख घरों में ओंटारियो से बिजली की सप्लाई की जाती है. यानी कनाडा अमेरिका को बिजली एक्सपोर्ट करता है. ओंटारियो प्रांत की सीमा अमेरिका से लगी हुई है. इसके अलावा कनाडा ने निकल (Nickel) की सप्लाई भी रोक की धमकी दी है.
हालांकि बिजली सप्लाई रोकने की धमकी डग फोर्ड ने टैरिफ लगाने से पहले भी दी थी, जिसका अमेरिका पर कोई असर नहीं दिखा, और मंगलवार से कनाडा पर 25 फीसदी टैरिफ लागू हो गया है.
बिजली सप्लाई रोकने की धमकी
प्रीमियर डग फोर्ड ने ट्रंप द्वारा टैरिफ लगाने के बाद धमकी भरे लहजे में कहा, 'हम अमेरिका की ऊर्जा आपूर्ति को रोक सकते हैं,' कनाडा अपने आर्थिक नुकसान को रोकने के लिए सभी विकल्पों पर विचार कर सकता है.' फोर्ड ने कहा, 'कनाडाई लोगों को नुकसान होगा, लेकिन मैं आपको एक बात का आश्वासन दे सकता हूं. अमेरिकियों को भी इसका असर महसूस होगा और यह दुर्भाग्यपूर्ण है.' फोर्ड का ये नजरिया तनातनी को दर्शाता है.
बता दें, ओंटारियो अमेरिका को बिजली निर्यात करता है. अमेरिका हर साल कनाडा से बड़ी मात्रा में हाइड्रोपावर आयात करता है. अमेरिकी ऊर्जा सूचना प्रशासन (EIA) के अनुसार, 2023 में अमेरिका ने 38.9 मिलियन मेगावाट घंटे बिजली आयात की, जिसमें से 33.2 मिलियन मेगावाट घंटे कनाडा से आई. हालांकि, यह अमेरिका की कुल बिजली खपत का केवल 1% है.
यही नहीं, कनाडा अमेरिका का सबसे बड़ा विदेशी तेल आपूर्तिकर्ता है. 2023 में अमेरिका ने कनाडा से प्रतिदिन 1.4 मिलियन बैरल कच्चा तेल आयात किया था, जो अमेरिका के कुल आयात का आधे से अधिक है. हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि कनाडा तेल आपूर्ति रोकने जैसा कदम नहीं उठाएगा, क्योंकि इसका असर उसकी अपनी अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा.
चीन का भी अमेरिका पर जोरदार पलटवार
वहीं ट्रंप ने चीनी वस्तुओं पर शुल्क को दोगुना करके 20% कर दिया है. डोनाल्ड ट्रंप के इस फैसले पर चीन के US दूतावास ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'अगर अमेरिका युद्ध चाहता है, चाहे वह टैरिफ युद्ध हो, व्यापार युद्ध हो या कोई अन्य प्रकार का युद्ध हो, 'हम अंत तक लड़ने के लिए तैयार हैं'. यही नहीं, अमेरिका को जवाब देने के लिए चीन ने भी अपना टैरिफ कार्ड फेंक दिया. चीन अमेरिकी चिकन, मक्का और अन्य कृषि उत्पादों के आयात पर 15 प्रतिशत सोया और अन्य पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया.