
चीन (China) में एक बार फिर से कोरोना (Corona) का प्रकोप बढ़ने लगा है. इसका सबसे बड़ा असर आईफोन (iPhone) मैन्यूफैक्चरिंग हब कहे जाने वाले हेनान प्रांत की राजधानी झेंगझोऊ (Zhengzhou) में देखने को मिला है. यहां बड़ी आईफोन फैक्ट्री के पास स्थित जिले में कोरोना बम फूटा है, जिसके चलते वहां लॉकडाउन लगा दिया गया है.
Covid Zero पॉलिसी के तहत लॉकडाउन
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की कोविड जीरो (Covid Zero) पॉलिसी के तहत जहां भी कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं, वहां फिर से लॉकडाउन लगाया जा रहा है. इस पॉलिसी के तहत बड़ी आबादी वाले झेंगझोऊ (Zhengzhou) में लॉकडाउन का ऐलान किया गया है. आईफोन निर्माता फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी (Foxconn Technology) का प्लांट प्रभावित जिले से नजदीक है, जहां पर लॉकडाउन लगाया गया है. हालांकि फैक्ट्री के प्रबंधन की ओर से इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की गई है.
सिर्फ Corona टेस्ट के निकलेंगे बाहर
रिपोर्ट में सरकारी नोटिस के हवाले से कहा गया है कि झेंगझोऊ में करीब 10 लाख लोगों को सोमवार से अपने घर पर ही रहने के लिए कह दिया गया है. अपने घरों में कैद रहने के दौरान इन लोगों को सिर्फ कोरोना टेस्टिंग के लिए ही घर से निकलने की इजाजत दी गई है. नोटिस में यह भी कहा गया है कि इस लॉकडाउन के तहत गैर-जरूरी कारोबार भी बंद कर दिए गए हैं. चीन सरकार की ओर से कोविड जीरो पॉलिसी में कोई बदलाव न किए जाने के संकेत भी मिले हैं.
कोरोना के बढ़ते मामलों का असर
हेनान प्रांत के इस व्यस्त शहर झेंगझोऊ (Zhengzhou) में कोरोना के छह नए मामले सामने आए. बीते 9 अक्टूबर को यहा कुल कोरोना मामलों की संख्या 40 पहुंच गई थी. इसके अलावा बीजिंग में 13 और शंघाई में 32 नए कोरोना केस सामने आए हैं. पूरे चीन में कोरोना के 697 मामले सक्रिय हैं. हालांकि, यहां कोरोना संक्रमण के मामले कुछ कम जरूर हुए हैं, लेकिन कोविड जीरो पॉलिसी के तहत एक सरकार कोरोना को लेकर कोई ढिलाई बरतने के मूड़ में नहीं है.
चीन की इकोनॉमी को लगेगा झटका
चीन में कोरोना के नए मामले मिलने के इस सिलसिले से देश की अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ सकता है. बीते कुछ समय में आईं रिपोर्ट्स की मानें तो चीन की अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी पड़ रही है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भी कहा है कि 2022 में चीन का आर्थिक वृद्धि दर 3.2 फीसदी रहने का अनुमान है, जबकि 2023 के लिए 4.4 फीसदी ग्रोथ रेट का अनुमान जताया गया है. ऐसे में साफ है कि अगर कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो चीन की अर्थव्यवस्था के लिए ये बड़ा संकट होगा.