
चीन की एक आइसक्रीम कंपनी चाइसक्रीम (Chicecream) पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर विवादों का सामना कर रही है. कई इंटरनेट यूजर्स ने दावा किया है कि चाइसक्रीम कंपनी की कुछ आइसक्रीम (Chicecream Icecream) आग से भी नहीं पिघलती हैं. इसके बाद इंटरनेट यूजर्स आइसक्रीम में इस्तेमाल हुई सामग्रियों को लेकर सवाल उठा रहे हैं. हालांकि कंपनी का कहना है कि वह ऐसी कोई भी सामग्री का इस्तेमाल नहीं कर रही है, जिसकी अनुमति नहीं है.
इंटरनेट पर वायरल हो रहे वीडियोज
चीन की इस कंपनी को पहले 'Hermes of Ice Cream' नाम से जाना जाता था. Hermes एक ग्रीक देवता का नाम है, जिन्हें क्लासिकल ग्रीक कल्चर में संरक्षक का दर्जा दिया गया है. न्यूज एजेंसी एएफपी की एक रिपोर्ट के अनुसार, चाइसक्रीम की आइसक्रीम के कई वीडियो चाइनीज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें दिख रहा है कि लाइटर या ब्लोटॉर्च के सामने रखने पर भी ये पिघल नहीं रही हैं. कुछ वीडियोज में आइसक्रीम को 31 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर रखा गया है, लेकिन वह जरा भी नहीं पिघल रही है.
इतनी है चाइसक्रीम आइसक्रीम की कीमत
इंटरनेट यूजर्स ये वीडियो शेयर कर सवाल उठा रहे हैं कि कहीं कंपनी की आइसक्रीम में एडिटिव की काफी अधिक मात्रा तो नहीं डाली गई है. इसके साथ ही यूजर्स चाइसक्रीम की आइसक्रीम की भारी-भरकम कीमतों पर भी सवाल उठा रहे हैं. कंपनी की सबसे महंगी आइसक्रीम का नाम 'Zhong Xue Gao' है. इसकी कीमत 66 युआन यानी 10 डॉलर (करीब 800 भारतीय रुपये) है. चीन के बाजार में यह कंपनी Magnum और Haagen-Dazs जैसे वेस्टर्न आइसक्रीम ब्रांड को चुनौती देती है.
चाइसक्रीम ने जारी की ये सफाई
विवाद उठने के बाद कंपनी ने इस सप्ताह बुधवार को एक बयान जारी किया. कंपनी का दावा है कि उसके उत्पाद फूड सेफ्टी के सरकारी नियमों का पालन करते हैं. कंपनी ने सोशल मीडिया वीबो (Weibo) पर एक पोस्ट डालकर सफाई दी है, जिसे लाखों लाइक मिल चुके हैं. कंपनी ने कहा है, 'हम मानते हैं कि आइसक्रीम की गुणवत्ता को बेकिंग, ड्राइंग या हीटिंग के हिसाब से जज करना विज्ञान के हिसाब से ठीक नहीं है.' कंपनी ने कहा कि वह अपनी आइसक्रीम में जिन स्टेबलाइजर्स यानी फूड एडिटिव्स का इस्तेमाल कर रही है, उन्हें अमेरिका समेत कई देशों में मान्यता प्राप्त है.