Advertisement

कोरोना की दूसरी लहर में अस्पतालों की रही चांदी, दोगुनी से ज्यादा हुई कमाई!

Covid second wave: एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर कोरोना की पहली लहर से तुलना की जाए तो दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों की Occupancy दर दोगुना हो गई और इसकी वजह से उनकी कमाई में शानदार इजाफा हुआ है. 

कोरोना के दौर में अस्पतालों की अच्छी कमाई (फाइल फोटो: PTI) कोरोना के दौर में अस्पतालों की अच्छी कमाई (फाइल फोटो: PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 02 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 4:47 PM IST
  • कोविड की दूसरी लहर में ज्यादा लोग बीमार थे
  • इसकी वजह से अस्पतालों की आमदनी बढ़ी

Covid Second Wave: कोरोना संकट के दौरान जहां इकोनॉमी के कई सेक्टर तबाह हो गए, वहीं कुछ सेक्टर का काफी फायदा भी हुआ है. ऐसा ही सेक्टर है हेल्थ और खासकर हॉस्पिटल्स का. क्रेडिट एजेंसी ICRA की एक रिपोर्ट के अनुसार कोविड की दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों की कमाई दोगुना दोगुना से ज्यादा हो गई है. 

रिपोर्ट के अनुसार, कोविड की पहली लहर के दौरान अस्पतालों को भी नुकसान उठाना पड़ा था. क्रेडिट एजेंसी ICRA की एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर कोरोना की पहली लहर से तुलना की जाए, तो दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों की Occupancy दर दोगुना हो गई और इसकी वजह से उनकी कमाई में शानदार इजाफा हुआ है. 

Advertisement

Occupancy रेट में अच्छा इजाफा 

रिपोर्ट के अनुसार कोविड और गैर कोविड मरीजों को मिलाकर देखें तो इस वित्त वर्ष (2021-22) की जून में खत्म पहली तिमाही में अस्पतालों की occupancy रेट 64.2% रही, जबकि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह सिर्फ 36.9% थी. पिछले वित्त वर्ष की मार्च में खत्म तिमाही तक यह बढ़कर 58.8% तक हो चुकी है. 

इस रिपोर्ट के लिए हुए सर्वे में अपोलो हॉस्पिटल, फोर्टिस हेल्थकेयर, नारायणा हृदयालय, Aster DM हेल्थकेयर, मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट, हेल्थकेयर ग्लोबल एंटरप्राइजेज और Shalby लिमिटेड को शामिल किया गया है. 

आय में 129% की जबरदस्त बढ़त

Mint की एक रिपोर्ट के अनुसार FY22 की पहली तिमाही में ज्यादातर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल की कमाई का 25 से 30 फीसदी हिस्सा कोविड उपचार और वैक्सीन अभियान से ही है. यही नहीं पिछले साल की पहली तिमाही से तुलना करें तो इस बार जून की तिमाही में अस्पतालों की आय में 129% की जबरदस्त बढ़त हुई है. 

Advertisement

गौरतलब है कि मई 2020 में देश में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या रिकॉर्ड पर पहुंच गई थी. इसकी वजह से ज्यादातर अस्पतालों में कोरोना के मरीजों की भरमार हो गई. 

कोविड मरीज लंबे समय तक अस्पतालों में भर्ती रहे, हालांकि लोकल स्तर पर कई जगह लॉकडाउन लगने की वजह से अस्पतालों में गैर कोविड मरीज कम आए. 

 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement