
टाटा संस (Tata Sons) के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) का रविवार को महाराष्ट्र से सटे पालघर में हुए एक सड़क हादसे में निधन हो गया. रिपोर्ट के मुताबिक, वे गुजरात से वापस लौट रहे थे. लेकिन, कासा थानाक्षेत्र में उनकी मर्सिडीज कार डिवाइडर से टकराकर हादसे का शिकार हो गई. इस हादसे में उनकी मौत हो गई. हादसे में उनके साथ कार में मौजूद जहांगीर पंडोल का भी निधन हो गया, जबकि दो अन्य घायल हो गए.
परिवार को इस साल दो झटके
साल 2022 पालोनजी परिवार के लिए बेहद खराब साबित हुआ है और एक के बाद एक दो गहरे सदमे लगे हैं. बता दें इसी साल जून महीने में भारत के दिग्गज उद्योगपतियों में गिने जाने वाले बिजनेस टायकून और और साइरस मिस्त्री के पिता पालोनजी मिस्त्री (Pallonji Mistry) का निधन हो गया था. उन्होंने 93 साल की उम्र में मुंबई में आखिरी सांस ली थी.
कंस्ट्रक्शन सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक शापोरजी पलोनजी ग्रुप (Shapoorji Pallonji Group) के चेयरमैन रहे पालोनजी को भारत का सबसे गुमनाम अरबपति भी कहा जाता था. इसके कुछ ही महीने बाद अब साइरस मिस्त्री के निधन से परिवार को गहरी चोट लगी है.
पालोनजी परिवार में अब इतने लोग
उद्योग जगत में पालोनजी परिवार (Pallonji Family) का बड़ा नाम है. एक ही साल में इस परिवार को दो बड़े चेहरे दुनिया को अलविदा कह गए.साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) और उनके पिता के निधन के बाद अब परिवार में उनकी मां पाट्सी पेरिन डुबास (Patsy Perin Dubash), शापूर मिस्त्री (Shapoor Mistry) के अलावा दो बहनें लैला मिस्त्री (Laila Mistry) और अलू मिस्त्री (Allu Mistry) बची हैं. शापूर मिस्त्री साइरस के बड़े भाई हैं. यहां बता दें साइरस उनकी एक बहन की शादी रतन टाटा (Ratan Tata) के सौतेले भाई नोएल टाटा से हुई है. साइरस मिस्त्री की पत्नी रोहिका हैं और उनके दो बेटे फिरोज मिस्त्री और जहान मिस्त्री हैं.
टाटा समूह के सबसे युवा चेयरमैन
साइरस मिस्त्री टाटा संस के छठे और सबसे युवा चेयरमैन थे. इसके अलावा साइरस ग्रुप के पहले ऐसे चेयरमैन थे जिनके सरनेम में टाटा नाम नहीं जुड़ा था. साइरस मिस्त्री ने 2012 में रतन टाटा के पद छोड़ने के बाद टाटा संस की कमान संभाली थी. इसके बाद वे 2016 तक ग्रुप के चेयरमैन बने रहे थे. हालांकि, बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था. इसके बाद टाटा समूह और साइरस मिस्त्री के बीच लंबा कानूनी विवाद चला था, जिसमें अंतत: टाटा समूह को जीत हासिल हुई थी.
टाटा संस में दूसरे बड़े हिस्सेदार
टाटा संस में साइरस मिस्त्री परिवार दूसरा सबसे बड़ा हिस्सेदार है. ग्रुप में 18.4 फीसदी की हिस्सेदारी इस परिवार के पास है. साल 2018 के मुताबिक, साइरस मिस्त्री की नेट वर्थ लगभग 70,000 करोड़ रुपये से ज्यादा था. साइरस मिस्त्री ने अपने परिवार के पलोनजी ग्रुप में 1991 में काम करना शुरू किया था. उन्हें 1994 में शापूरजी पलोनजी ग्रुप का निदेशक नियुक्त किया गया था.