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Dhirubhai Ambani Birthday: पेट्रोल पंप पर नौकरी... सैलरी सिर्फ 300 रुपये, फिर एक आइडिया ने बदली धीरूभाई अंबानी की जिंदगी!

Dhirubhai Ambani Birthday: 8 मई 1973 को धीरूभाई अंबानी ने रिलायंस कॉमर्स कॉरपोरेशन के नाम से अपने बिजनेस की शुरुआत की और आज Reliance Industries देश की सबसे बड़ी व मूल्यवान कंपनी है.

दिवंगत धीरूभाई अंबानी ने रखी थी देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस की नींव दिवंगत धीरूभाई अंबानी ने रखी थी देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस की नींव
दीपक चतुर्वेदी
  • नई दिल्ली,
  • 28 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 11:22 AM IST

रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) आज देश की सबसे वैल्‍यूएबल कंपनी है और इसका कारोबार ऑयल एंड गैस से लेकर ग्रीन एनर्जी (Green Energy), टेलीकॉम से रिटेल मार्केट तक कई सेक्‍टर्स में फैला हुआ है. मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और अनिल अंबानी (Anil Ambani) के पिता धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani) ने इस कंपनी की स्‍थापना की थी. 28 दिसंबर 2023 यानी आज उनकी जयंती है. रिलायंस की नींव रखने वाले दिवंगत धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani) के पेट्रोल पम्‍प पर नौकरी से लेकर कारोबार में उतरने और एक बड़ा बिजनेस एम्‍पायर खड़ा करने की जर्नी किसी फिल्‍मी कहानी से कम नहीं है. आइए जानते हैं...

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जूनागढ में हुई था जन्म 
देश की दिग्गज बिजनेस हस्तियों में शुमार रहे दिवंगत धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani) का जन्म 28 दिसंबर 1932 को सौराष्ट्र के जूनागढ़ जिले में हुआ था. उनके पिता एक टीचर थे, जिनके घर की आर्थिक हालत ठीक नहीं थी. ऐसे में घर को फाइनेंशियली हेल्प करने के लिए उन्होंने 10वीं की पढ़ाई के बाद ही छोटे-मोटे काम करके पैसे कमाना शुरू कर दिया था, लेकिन उनकी शुरुआती कमाई नाकाफी थी.

300 रुपये महीने पर किया काम 
धीरूभाई अंबानी का मन जब पढ़ाई में नहीं लगा, तो महज 17 साल की उम्र में वह पैसे कमाने के लिए साल 1949 में वे देश के बाहर चले गए. धीरूभाई अपने भाई रमणिकलाल के पास यमन चले गए थे, जहां उन्होंने एक पेट्रोल पंप पर नौकरी शुरू कर दी, उस समय उन्हें इस नौकरी के लिए महज 300 रुपये महीने सैलरी मिलती थी. लेकिन उन्होंने अपना काम पूरी ईमानदारी और मेहनत से किया, जिससे खुश होकर कंपनी ने इन्‍हें पेट्रोल पम्‍प का मैनेजर तक बना दिया था.

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सिर्फ 500 रुपये लेकर निकले मुंबई
यमन में भले ही धीरूभाई अंबानी पेट्रोल पम्‍प पर नौकरी कर रहे थे, लेकिन उनके दिमाग में कुछ बड़ा करने का आइडिया उमड़ रहा था. पांच साल तक उन्होंने नौकरी करने के बाद भारत वापसी का मन बना लिया और अपने देश में ही बिजनेस स्टार्ट करने के बारे में प्लान करने लगे. साल 1954 में वह भारत वापस लौट आए. कुछ दिन तक वे घर पर ही रहे और फिर सिर्फ 500 रुपये जेब में लेकर उन्होंने मुंबई का रुख कर लिया. 

एक आइडिया और बदल गई तस्वीर 
मुंबई पहुंचकर Dhirubhai Ambani ने एकदम से कुछ काम शुरू नहीं किया, बल्कि पहले उन्‍होंने कई मार्केट का दौरा किया और उनकी बारीकी को समझा. अबतक उन्‍हें समझ आ गया था कि भारत में पेट्रोलियम की डिमांड है और विदेश में भारतीय मसालों की जबर्दस्त मांग है. फिर क्या था उन्होंने इसी बिजनेस आइडिया (Business Idea) पर आगे बढ़ने का मन बना लिया. इसके बाद उन्‍होंने इसी सेक्‍टर में अपने काम की शुरुआत कर दी. 

ऐसी पड़ी रिलायंस की नींव 
8 मई 1973 को धीरूभाई अंबानी ने रिलायंस कॉमर्स कॉरपोरेशन के नाम से अपने बिजनेस की शुरुआत की. इसके जरिए भारत के मसाले विदेशों में भेजे जाते थे, जबकि विदेश का पोलिएस्‍टर भारत में लाकर बेचा जाने लगा. कारोबार आगे बढ़ा तो तो धीरूभाई अंबानी ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. जब इस कंपनी की शुरुआत हुई तो 350 वर्ग फुट के ऑफिस (कमरे) में एक मेज, तीन कुर्सी, दो सहयोगी और एक टेलिफोन ही था और दिन में वे लोग 10 घंटे तक ही काम करते थे. बिजनेस इतना तेजी से बढ़ा कि धीरूभाई अंबानी देश के सबसे रईसों में शुमार हो गए. 

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आज देश की सबसे बड़ी कंपनी
रिलायंस को अलग मुकाम पर पहुंचाने वाले धीरूभाई अंबानी का निधन 6 जुलाई, 2002 को हो गया था. उनके निधन के बाद, पत्नी कोकिलाबेन अंबानी ने कंपनी की बागडोर संभाली और उनके बाद बिजनेस दोनों बेटों मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी में बांटा गया. आज बड़े बेटे Mukesh Ambani वाली रिलायंस देश की सबसे बड़ी और मूल्यवान कंपनी है. Reliance Industries का मार्केट कैप 16.52 लाख करोड़ रुपये का हो चुका है. 

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