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Amazon Layoff: अमेजन में 18000 कर्मचारियों की होगी छंटनी! HR और ई-कॉमर्स वालों की सबसे ज्यादा जाएंगी नौकरियां

जैसे-जैसे दुनिया पर मंदी (Recession) का साया बढ़ता जा रहा है. बड़ी-बड़ी कंपनियों में छंटनी (Layoff) तेज हो गई है. पिछले साल Twitter और Facebook Meta जैसी बड़ी कंपनियों ने भी हजारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था. अब अमेजन ने 18000 कर्मियों की लिस्ट तैयार कर ली है.

अमेजन में 18 जनवरी से शुरू होगी बड़ी छंटनी अमेजन में 18 जनवरी से शुरू होगी बड़ी छंटनी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 05 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 10:38 AM IST

मंदी (Recession) के साये में सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन (Amazon) ने बड़ा फरमान जारी किया है. इससे कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों की चिंता बढ़ गई है. दरअसल, अमेजन इस साल 2023 के पहले महीने में ही बड़ी छंटनी करने जा रहा है. कंपनी ने 18,000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने का प्लान बनाया है, Layoff की ये प्रक्रिया 18 जनवरी से शुरू होने जा रही है. 

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18 जनवरी से शुरू होगी छंटनी
दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं (World's Economy) पर मंदी के बढ़ते खतरे के बीच छंटनी का सिलसिला लंबे समय से जारी है. अब दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकालने (Amazon Layoff) की तैयारी कर ली है. 18 जनवरी 2023 से शुरू होने जा रही इस छंटनी का फरमान कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) एंडी जेसी ने एक सार्वजनिक स्टाफ नोट जारी कर सुनाया है. इसके बाद कर्मचारी इस चिंता में हैं कि कहीं उनका नाम तो लिस्ट में नहीं है. 

इन विभागों पर सबसे ज्यादा असर
बिजनेस टुडे पर छपी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑनलाइन रिटेलर Amazon ने कहा है कि वह 18,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है. सीईओ एंडी जेसी (Andy Jassy) के शेयर किए गए नोट के मुताबिक, इस बड़ी छंटनी का सबसे ज्यादा असर कंपनी के ई-कॉमर्स और मानव-संसाधन (HR) सेक्शंस में काम कर रहे कर्मचारियों पर पड़ेगा.

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18 जनवरी से कंपनी द्वारा प्रभावित कर्मचारियों से संपर्क किया जाएगा. जेसी ने नोट में इसका कारण बताते हुए कहा गया है कि अनिश्चित अर्थव्यवस्था को देखते हुए ये कठिन फैसला किया गया है, जबकि हमने पिछले कई वर्षों में तेजी से लोगों को काम पर रखा है.

छह फीसदी वर्क फोर्स की कटौती
कंपनी में 18,000 लोगों की छंटनी को कॉरपोरेट वर्क फोर्स के हिसाब से देखें तो यह करीब छह फीसदी होता है. अमेजन में इस वर्क फोर्स की तादाद करीब तीन लाख है. Amazon ने इस छंटनी के फैसले के लिए बढ़ती महंगाई (Inflation) और लागत (Input Cost) में बढ़ोतरी को भी जिम्मेदार ठहराया है.

हालांकि, ई-कॉमर्स दिग्गज ने पहले से ही इसका ऐलान किया था, लेकिन तब करीब 10,000 लोगों को निकालने की बात कही गई थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 18,000 कर दिया गया है. वॉल स्ट्रीट जर्नल में छपी रिपोर्ट की मानें तो कंपनी ने बीते साल के नवंबर महीने से ही छंटनी की प्रक्रिया शुरू कर दी है. 

इस छंटनी के ऐलान के बाद Amazon ने प्रभावित कर्मचारियों की मदद का भरोसा भी दिलाया है. सीईओ की ओर से कहा गया है कि जिन कर्मचारियों की छंटनी की जाएगी उन्हें 24 घंटे पहले नोटिस और सेवरेंस पे दिया जाएगा. उन्होंने कहा, 'प्रभावित कर्मचारियों को सेपरेशन पेमेंट के लिए पैकेज का पेमेंट किया जाएगा. इसके अलावा हेल्‍थ इंश्‍योरेंस और नई जॉब खोजने में भी उनकी मदद की जाएगी'. 

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क्या जारी रहेगा छंटनी का सिलसिला?
अमेजन सीईओ Andy Jassy की ओर से ये भी संकेत दिया गया छंटनी के इस तरह के फैसले आगे भी लिए जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि अभी कंपनी काफी मुश्किल भरे दौर से गुजर रही और कारोबार में अनिश्चितता के बादल जब तक खत्‍म नहीं होते, इस तरह के कड़े कदम आगे भी उठाए जा सकते हैं. 

 

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