
प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को टूर एंड ट्रैवल कंपनी कॉक्स एंड किंग्स ग्रुप (CKG) के दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया है. ईडी ने कॉक्स एंड किंग्स के मुख्य वित्तीय अधिकारी अनिल खंडेलवाल और ग्रुप के आंतरिक लेखा परीक्षक नरेश जैन को यस बैंक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है.
दोनों आरोपियों को विशेष न्यायाधीश (पीएमएलए) के सामने पेश किया गया और उन्हें सात दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया गया है. ईडी के मुताबिक कॉक्स एंड किंग्स ग्रुप ने यस बैंक के 3,642 करोड़ रुपये के लोन को डिफॉल्टेड किया है. इस साल की शुरुआत में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में कॉक्स एंड किंग्स ग्रुप के वरिष्ठ प्रबंधन से जुड़े परिसरों में छापे मारे थे.
लोन नहीं चुकाने का मामला
ईडी ने जांच के दौरान पाया कि कॉक्स एंड किंग्स ने काल्पनिक ग्राहकों का इस्तेमाल कर यस बैंक से हजारों करोड़ रुपये उधार लिए. जो बाद में नहीं चुकाया गया. गौरतलब है कि 8 मार्च को ईडी ने यस बैंक के पूर्व अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राणा कपूर को गिरफ्तार कर लिया.
यस बैंक को भुगतान में चूक के बाद पिछले साल अक्टूबर में ट्रैवल कंपनी कॉक्स एंड किंग्स ग्रुप को दिवालियापन अदालत में भेजा गया था. यस बैंक मामले में पीएमएलए की जांच से पता चला कि CKG ने विदेशी सहायक कंपनियों की बैलेंस शीट में हेरफेर करके इसे समेकित वित्तीय जाली बनाया है.
इसके अलावा, बैंकों को ऋण स्वीकृत करने के लिए कुछ जाली लेनदेन का पता चला है. आगे की जांच में पता चला कि यस बैंक से ऋण की मंजूरी राणा कपूर की ओर से दी गई थी. उन्होंने मानदंडों को दरकिनार कर इस संस्था को लोन दिया.
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते ईडी ने यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर के लंदन में स्थित एक फ्लैट को अस्थाई रूप से अटैच कर दिया है. इस फ्लैट का बाजार मूल्य करीब 127 करोड़ रुपये है. राणा कपूर ने 2017 में यह प्रॉपर्टी 93 करोड़ रुपये में खरीदी थी.