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भारत आने से पहले Elon Musk ने की बड़ी डील, टेस्‍ला की कार में लगेंगे Tata के चिप

एलन मस्‍क 22 अप्रैल से शुरू हो रहे हफ्ते के दौरान भारत आ सकते हैं. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद एलन मस्‍क ईवी के लिए बड़े निवेश का ऐलान कर सकते हैं. साथ ही प्‍लांट लगाने के बारे में भी जानकारी दे सकते हैं.

एलन मस्‍क की टाटा से डील एलन मस्‍क की टाटा से डील
aajtak.in
  • नई दिल्‍ली ,
  • 15 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 11:25 AM IST

रतन टाटा (Ratan Tata) की कंपनी और एलन मस्‍क की टेस्‍ला (Elon Musk Tesla) के बीच एक बड़ी डील हुई है. टेस्‍ला ने अपनी कारों के लिए टाटा इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स से सेमीकंडक्‍टर चीप खरीदने के लिए यह बड़ी डील की है. यह डील ऐसे समय में हुई है, जब Tesla भारत में फैक्‍ट्री लगाने की पूरी कोशिश कर रहा है. हाल ही में सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म एक्‍स पर एलन मस्‍क ने जानकारी दी थी कि वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकते हैं. 

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वहीं एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एलन मस्‍क 22 अप्रैल से शुरू हो रहे हफ्ते के दौरान भारत आ सकते हैं. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद एलन मस्‍क टेस्‍ला के भारत में आने की संभावनाओं मुहर लगा सकते हैं और एक बड़े निवेश का ऐलान कर सकते हैं. 

टाटा और टेस्‍ला के बीच डील 
अमेरिकी कंपनी Tesla ने अपनी कारों में सेमीकंडक्‍टर लगाने के लिए टाटा इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स से डील की है. यह डील इसलिए भी महत्‍वपूर्ण है, क्योंकि यह टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (Tata Electronics) को टॉप ग्लोबल क्लांट के लिए विश्वसनीय सप्लायर के तौर पर स्‍थापित करेगा. यह डील कुछ महीने में पूरी कर ली जाएगी. ईटी की खबर के मुताबिक, टाटा इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स और टेस्‍ला के बीच डील की रकम का कोई खुलासा नहीं हुआ है. वहीं कपंनियों ने भी इस डील पर कुछ नहीं कहा है. 

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2 से 3 अरब डॉलर का हो सकता है निवेश 
इंडियन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड सेमीकंडक्टर एसोसिएशन के प्रसीडेंट अशोक चंडक ने कहा है कि टेस्ला का यह फैसला इलेक्ट्रॉनिक्स के लोकल सप्‍लायर के लिए एक इकोसिस्टम तैयार करेगा. हाल ही में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने 50-60 टॉप लेवल के एक्स्पर्ट्स की भर्ती की है. वहीं दूसरी ओर टेस्‍ला को लेकर कहा जा रहा है कि यह कंपनी भारत में 2 से 3 अरब डॉलर का निवेश कर सकती है. 

गौरतलब है कि नीतिगत बदलावों के साथ ऑटो कंपनियों को 15 फीसदी कम आयात शुल्‍क पर 35 हजार डॉलर या उससे ज्‍यादा रेट वाले ईवी आयात करने की मंजूरी दी है, लेकिन यह भारत में मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने के लिए तीन साल के अंदर 500 मिलियन डॉलर का निवेश करने के लिए वाहन निर्माताओं की प्रतिबद्धता पर निर्भर होगा. 

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