
बीते 20 अक्टूबर को इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम यानी IPO ओपन हुआ था. इस आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशकों की उम्मीदों को झटका लगा है. दरअसल, इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक की शेयर बाजार में लिस्टिंग सोमवार को हुई थी. लिस्टिंग के दिन ही कंपनी के शेयर में छह फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई.
मतलब ये हुआ कि आईपीओ की बोली लगाने वाले लोगों को पहले दिन ही बड़ी बढ़त की जो उम्मीद थी, वो पूरी नहीं हो सकी है. वहीं, मंगलवार को भी इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक के शेयर में सुस्ती छाई हुई है. कारोबार के दौरान शेयर भाव 33 रुपये पर रहा. अब भी शेयर भाव तय प्राइस बैंड से आगे नहीं निकल सका है. बता दें कि कंपनी ने IPO की प्राइस बैंड 32-33 रुपये तय की थी.
कितने रुपये के भाव पर हुई थी लिस्टिंग
आपको बता दें कि इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक (एसएफबी) के शेयर सोमवार को शेयर बाजारों में अपने निर्गम मूल्य 33 रुपये पर छह प्रतिशत की गिरावट के साथ 31 रुपये के भाव पर सूचीबद्ध हुए. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में यह 5.75 प्रतिशत के नुकसान से 31.10 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ. इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक ने IPO के जरिए 500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था.
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इस IPO के तहत 280 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए. इसके अलावा बैंक की होल्डिंग कंपनी इक्विटास होल्डिंग लिमिटेड के 7.2 करोड़ इक्विटी शेयरों का आवंटन ऑफर फॉर सेल के जरिए किया गया.
क्या होता है आईपीओ
जब भी कोई कंपनी या सरकार पहली बार आम लोगों के सामने कुछ शेयर बेचने का प्रस्ताव रखती है तो इस प्रक्रिया को प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) कहा जाता है. कोरोना संकट की वजह से कई कंपनियों के आईपीओ पर ब्रेक लग गया था. लेकिन अब धीरे-धीरे कंपनियां आईपीओ लेकर आ रही हैं.