
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) से जुड़े धोखाधड़ी के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. हाल ही में जारी FBI की रिपोर्ट में ये दावा किया गया है. इसके मुताबिक 2023 में सबसे ज्यादा नुकसान अमेरिका में हुआ है, जो करीब 5.6 अरब डॉलर रहा है और ये एक साल पहले के मुकाबले 45 फीसदी ज्यादा है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े मामलों की संख्या में इस साल काफी इजाफा हुआ है.
इस लिस्ट में भारत 5वें स्थान पर है, जहां 840 शिकायतें दर्ज की गई हैं. भारत में क्रिप्टोकरेंसी से कुल नुकसान 4 करोड़ 40 लाख 54 हजार 244 डॉलर का हुआ है यानी भारत उन टॉप-10 देशों में शामिल हैं जहां क्रिप्टोकरेंसी की वजह से सबसे ज्यादा फाइनेंशियल नुकसान हुआ है.
FBI की रिपोर्ट
2022 में क्रिप्टो मार्केट में गिरावट के बाद 2023 में टोकन की कीमतों में इजाफा हुआ और इसने साइबर अपराधियों को आकर्षित किया. बीते साल बिटकॉइन की वैल्यू दोगुनी होने के बाद इस साल करीब 35 फीसदी बढ़ गई है. FBI की रिपोर्ट के मुताबिक अपराधी क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल कई तरह की धोखाधड़ी के लिए कर रहे हैं. इनमें निवेश से धोखाधड़ी सबसे ज्यादा रिपोर्ट की गई है.
2023 में निवेश धोखाधड़ी से करीब 3.9 अरब डॉलर का नुकसान हुआ यानी कुल नुकसान में अकेले 71 फीसदी हिस्सेदारी निवेश धोखाधड़ी की है. वहीं कॉल सेंटर धोखाधड़ी का क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े नुकसान में करीब 10 फीसदी हिस्सा है.
टॉप-3 में कनाडा-UK
FBI के मुताबिक क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करते हुए धोखाधड़ी का शिकार होने वाले मामलों की गंभीरता और जटिलता लगातार बढ़ रही है. इन अपराधों को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है कि लोग उन्हें रिपोर्ट करें. रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि क्रिप्टोकरेंसी निवेश धोखाधड़ी से होने वाले नुकसान 2022 में 2.57 अरब डॉलर से बढ़कर 2023 में 3.96 अरब डॉलर हो गए, जो कि 53 परसेंट की उछाल है.
ज्यादातर शिकायतें 30 से 39 और 40 से 49 की उम्र के लोगों ने की हैं जबकि 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों ने सबसे नुकसान की रिपोर्ट की है जो कि 1.24 अरब डॉलर से ज्यादा है. अमेरिका को सबसे ज्यादा शिकायतें मिली हैं जिसके बाद कनाडा और यूनाइटेड किंगडम का स्थान है. रिपोर्ट में कहा गया है कि धोखाधड़ी करने वाले अलग अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं जिसमें निवेश धोखाधड़ी, फ़िशिंग और सरकारी पहचान से जुड़ी धोखाधड़ी शामिल है.