
नया साल आते ही विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजारों को लेकर मूड बदल रहा है. पिछले साल लगातार तीन महीने तक विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजारों में बिकवाल रहे. उन्होंने भारतीय शेयर बाजार से पैसे निकालकर दूसरे देशों के बाजारों में पैसे लगा रहे थे.
दरअसल, लगातार तीन महीने की बिकवाली के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने जनवरी के पहले हफ्ते में भारतीय शेयर बाजारों में 3,202 करोड़ रुपये डाले हैं. बाजार में आए 'करेक्शन' की वजह से FPI का निवेश प्रवाह सुधरा है.
आगे रह सकता है उतार-चढ़ाव का दौर
हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि आगे चलकर अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना, Omicron को लेकर बढ़ती चिंता और मुद्रास्फीति के ऊंचे स्तर की वजह से भारतीय बाजारों को लेकर FPI का प्रवाह उतार-चढ़ाव वाला रहेगा.
FPI का ताजा निवेश अक्टूबर-दिसंबर, 2021 के दौरान भारतीय बाजारों से उनकी 38,521 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी के बाद आया है. इससे पहले पिछले साल सितंबर में FPI ने भारतीय बाजारों में 13,154 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था.
नये साल में बदला मूड
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई ने 3-7 जनवरी के दौरान भारतीय शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से 3,202 करोड़ रुपये डाले हैं. बाजार के जानकारों का कहना है कि बाजार में पिछले महीनों आई गिरावट की वजह से अब FPI को खरीदारी का अच्छा अवसर मिला है.
जनवरी के पहले सप्ताह में एफपीआई ने भारतीय ऋण या बॉन्ड बाजार में 183 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है. बीते साल उन्होंने 1.04 लाख करोड़ रुपये की बिकवाली की थी. जनवरी के पहले सप्ताह में एफपीआई ने इक्विटीज के अलावा भारतीय डेट मार्केट में भी खरीदारी की.