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IIT से इंजीनियरिंग, रिलायंस में बने वाइस प्रेसिडेंट, अब दुनियादारी छोड़ संन्यासी बने प्रकाश शाह

प्रकाश शाह रिलायंस में करीब एक दशक के करियर में कई महत्वपूर्ण पद पर रह चुके हैं. जाहिर है वे बहुत अच्छी सैलरी उठा रहे थे, लेकिन अब उन्होंने दुनियादारी पूरी तरह छोड़कर एक संत का जीवन अपना लिया है.

संत बन गए रिलायंस के पूर्व अधिकारी संत बन गए रिलायंस के पूर्व अधिकारी
aajtak.in
  • मुंबई ,
  • 29 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 2:20 PM IST
  • रिलायंस के VP जैसे अहम पद रह चुके हैं शाह
  • अब दुनियादारी छोड़ ले ली जैन मुनि से दीक्षा

रिलायंस इंडस्ट्रीज के वाइस प्रेसिडेंट जैसे वरिष्ठ पद पर रह चुके प्रकाश शाह ने एक जैन मुनि से दीक्षा ले ली है और अब वे संन्यासी बन गए हैं. यानी कि वह संत बन गए हैं. प्रकाश शाह पिछले साल ही रिलायंस के वाइस प्रेसिडेंट के पद से रिटायर हुए थे.

पिछले हफ्ते मुंबई में शाह ने अपनी पत्नी नैना के साथ जैन धर्म के अनुसार दीक्षा ले ली. प्रकाश शाह रिलायंस में करीब एक दशक के करियर में कई महत्वपूर्ण पद पर रह चुके हैं. जाहिर है वे बहुत अच्छी सैलरी उठा रहे थे, लेकिन अब उन्होंने दुनियादारी पूरी तरह छोड़कर एक संत का जीवन अपना लिया है. अब वह सादा कपड़े पहनेंगे और भिक्षा में मिले भोजन पर गुजारा करेंगे. 

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आईआईटी से पोस्ट ग्रेजुएट

प्रकाश ने करीब 40 साल पहले आईआईटी बॉम्बे से केमिकल इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएट किया. रिलायंस के जामनगर पेटकोक गैसीफिकेशन प्रोजेक्ट को चालू कराने में उनकी काफी अहम भूमिका थी. उनकी पत्नी नैना कॉमर्स में ग्रेजुएट हैं. 

अपने रिटायरमेंट के बाद ही प्रकाश ने यह इच्छा जाहिर की थी कि वह दीक्षा लेना चाहते हैं. लेकिन को​रोना संकट की वजह से उनकी यह योजना एक साल के लिए टल गई. जैन धर्म की दीक्षा का मतलब यह है कि वे सारी दुनियावी और मायावी  चीजें त्याग देंगे, नंगे पांव रहेंगे और भिक्षा में मिली चीजें ही खाएंगे-पीएंगे. 

बेटा भी दीक्षा ले चुका है

शाह से पहले उनका एक बेटा भी सात साल पहले ही दीक्षा ले चुका है जो कि आईआईटी बॉम्बे से इंजीनियरिंग ग्रेजुएट है. उनका एक दूसरा बेटा ​गृहस्थ जीवन में है और उसकी एक संतान है. 

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