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अपने बर्थडे पर गौतम अडानी बोल गए कुछ ऐसी बात, बताया हिंडनबर्ग का क्या था प्लान!

Gautam Adani On Hindenburg: अरबपति गौतम अडानी ने ग्रुप की 32वीं एजीएम में बोलते हुए एक बार फिर अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि इसे अडानी ग्रुप को बदनाम करने के लिए बनाया गया था.

जन्मदिन के मौके पर गौतम अडानी ने साधा हिंडनबर्ग पर निशाना जन्मदिन के मौके पर गौतम अडानी ने साधा हिंडनबर्ग पर निशाना
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 24 जून 2024,
  • अपडेटेड 12:29 PM IST

अडानी ग्रुप (Adani Group) के चेयरमैन और एशिया के दूसरे सबसे अमीर गौतम अडानी का आज जन्मदिन (Gautam Adani Birthday) है और वह 62 साल के हो गए हैं. अपने जन्मदिन वाले दिन आयोजित सालाना आम बैठक (Adani AGM 2024) में बोलते हुए उन्होंने अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) को आड़े हाथों लिया और जमकर निशाना साधा. गौतम अडानी ने कहा कि हिंडनबर्ग को सिर्फ हमें बदनाम करने के लिए बनाया गया था. 

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अडानी बोले- बदनाम करने के लिए बना हिंडनबर्ग
Adani Group की 32वीं AGM में चेयरमैन गौतम अडानी ने सोमवार को हिंडनबर्ग के बारे में खुलकर बात की और कहा कि यह सब हमें बदनाम करने के रचा गया षड़यंत्र था और Hindenburg को इसी काम के लिए बनाया गया था. हालांकि, अडानी ग्रुप न केवल इससे बच गया, बल्कि और भी ज्यादा मजबूत होकर सामने आया है. गौतम अडानी ने आगे कहा कि ये इस बात का पुख्ता सबूत है कि कोई भी बाधा अडानी ग्रुप को कमजोर नहीं कर सकती है. 

हिंडनबर्ग के आरोपों का नहीं मिला सबूत
गौतम अडानी (Gautam Adani) ने हिंडनबर्ग की घटना को अडानी ग्रुप पर एक दोतरफा हमला करार दिया. जिसके तहत हमारी फाइनेंशियल हेल्थ पर एक अस्पष्ट आलोचना की गई थी, जिसका कोई सुबूत नहीं मिला. अरबपति कारोबारी ने आगे कहा कि हमारा ग्रुप ट्रांसपेरेंट तरीके से अपना काम कर रहा है और तमाम रेटिंग एजेंसियों ने भी इस पर अपनी मुहर लगाई है. हिंडनबर्ग के असर ग्रुप की ज्यादातर कंपनियां बाहर आ चुकी हैं और फिर से रिकॉर्ड बिजनेस कर रही हैं. 

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गौतम अडानी के लिए खराब रहा था 2023
गौरतलब है कि बीते साल 2023 की शुरुआत में 24 जनवरी को नाथन एंडरसन के नेतृत्व वाली अमेरिकी फॉरेंसिक फाइनेशियल रिसर्च फर्म Hindenburg ने अडानी ग्रुप को लेकर अपनी एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें अडानी ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप लगाए थे. इस रिपोर्ट में 88 सवाल उठाए गए थे, जिनमें दावा किया गया था कि अडानी ग्रुप की 7 प्रमुख लिस्टेड कंपनियां 85 फीसदी से अधिक ओवरवैल्यूज हैं. यही नहीं अडानी ग्रुप के सभी कंपनियों के लोन (Adani Group Debt) पर भी सवाल खड़े किए हैं. 

अडानी को हुआ था भारी नुकसान
हालांकि, इस रिपोर्ट के पब्लिश होने के तुरंत बाद अडानी ग्रुप की ओर से एक स्टेटमेंट जारी कर इन आरोपों को निराधार और दुर्भावना से ग्रसित बताया गया था. लेकिन ये निवेशकों के सेंटिमेंट पर हिंडनबर्ग के प्रभाव को रोक नहीं पाया. देखते हुए देखते अडानी के शेयरों (Adani Stock) में सुनामी आने लगी और इसके चलते अमीरों की लिस्ट (Billionaire List) में उनकी रैंकिंग कम होने के साथ ही उनकी नेटवर्थ में भारी गिरावट देखने को मिली थी. यही नहीं Adani Group Market Cap 150 अरब डॉलर तक घट गया था. 

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