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पहले Gautam Adani ने लगाई सबसे बड़ी बोली... अब बनाई नई कंपनी, होगा ये बड़ा काम!

Adani Group के एक प्रवक्ता ने धारावी पुनर्विकास परियोजना प्राइवेट लिमिटेड नामक ज्वाइंट वेंचर के गठन की पुष्टि की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि करीब 10 लाख लोगों के निवास स्थल धारावी के पुनर्विकास का काम (Redevelopment Of Dharavi) दशकों से लटका हुआ है.

610 करोड़ रुपये में अडानी ग्रुप ने जीती थी बोली 610 करोड़ रुपये में अडानी ग्रुप ने जीती थी बोली
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 11:42 AM IST

भारतीय अरबपति Gautam Adani ने मुंबई के स्लम एरिया धारावी (Dharavi) का कायाकल्प करने के लिए एक नई कंपनी बनाई है, जो इस काम को अंजाम देगी. एक रिपोर्ट के मुताबिक, गौतम अडानी की कंपनी अडानी प्रॉपर्टीज (Adani Properties) ने मुंबई के स्लम पुर्नवास प्राधिकरण (Mumbai Slum Rehabilitation Authority) के साथ मिलकर ये ज्वाइंट वेंचर बनाया है. अब इसके जरिए धारावी का पुनर्विकास किया जाएगा. 

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610 मिलियन डॉलर में जीती थी बोली
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, गौतम अडानी ने एशिया के सबसे बड़े स्लम एरिया में से एक धारावी के पुनर्विकास के लिए कदम आगे बढ़ा दिया है. अडानी समूह (Adani Group) ने जुलाई में इस परियोजना के लिए 610 मिलियन डॉलर की बोली लगाकर धारावी पुनर्निर्माण परियोजना जीती थी. Dharavi Slum, न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क के आकार का लगभग तीन-चौथाई है और इसका नजारा हॉलीवुड (Hollywood) डायरेक्टर डैनी बॉयल की ऑस्कर विजेता 2008 की फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर (Slumdog Millionaire) में दिखाया गया था.

धारावी में 10 लाख लोगों का बसेरा
Adani Group के एक प्रवक्ता ने इस बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए धारावी पुनर्विकास परियोजना प्राइवेट लिमिटेड नामक ज्वाइंट वेंचर के गठन की पुष्टि की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि करीब 10 लाख लोगों के निवास स्थल धारावी के पुनर्विकास का काम (Redevelopment Of Dharavi) दशकों से लटका हुआ है. हालांकि, अडानी ग्रुप की ओर से ये बड़ा कदम ऐसे समय में उठाया गया है, जबकि ये धारावी प्रोजेक्ट लीगल विवाद में फंसा हुआ है. 

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प्रोजेक्ट को लेकर जारी है एक विवाद
दरअसल, धारावी पुनर्विकास परियोजना के लिए बोली लगाने वालों में अडानी ग्रुप के साथ ही दुबई का सेकलिंक टेक्नोलॉजीज कॉर्पोरेशन (SecLink Technologies Corporation) भी था. सेकलिंक की ओर से आरोप लगाया गया कि महाराष्ट्र की सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए 2018 की मूल बोली प्रक्रिया को अनुचित तरीके से रद्द किया, ताकि इसे फिर से शुरू कर अडानी समूह बोली जीत सके. हालांकि, महाराष्ट्र सरकार और अडानी समूह दोनों ने ही इन आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज किया है. 

अडानी ग्रुप की एक के बाद एक नई डील
इस साल अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट के चलते गौतम अडानी को भारी भरकम नुकसान उठाना पड़ा था, लेकिन इससे उबरते हुए अब समूह एक अपने कारोबार के विस्तार पर फोकस कर रहा है और एक के बाद एक डील कर रहा है. हाल ही में देश की सबसे बड़ी रिन्यूएबल कंपनी 20,434 मेगवॉट के पोर्टफोलियो वाली Adani Green को बड़ा निवेश हासिल हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रांस की टोटल एनर्जी एसई (Total Energy SE), अडानी ग्रुप के साथ मिलकर ज्वाइंट वेंचर के तहत एक रिन्यूएबल प्रोजेक्ट में 300 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी. 

पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Adani Group ने जापान, ताइवान और हवाई के बाजारों में हरित हाइड्रोजन की बिक्री के लिए जापानी समूह कोवा ग्रुप (Japan Kowa Group) के साथ भी ज्वाइंट वेंचर की घोषणा बीते दिनों की थी. इसमें दोनों ग्रुप्स की 50-50 फीसदी की हिस्सेदारी होगी. अडानी समूह भारत में पूरी तरह से एकीकृत हरित हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने के लिए अगले 10 वर्षों में 50 अरब डॉलर तक का निवेश करेगा. 

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