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100 अरब डॉलर के नीचे आया अडानी ग्रुप का मार्केट कैप, अमीरों की लिस्ट में 26वें नंबर पर खिसके

Adani Group की तीन कंपनियों अडानी एंटरप्राइजेज (2.08 लाख करोड़ रुपये), अडानी ट्रांसमिशन (2.14 लाख करोड़ रुपये) और अडानी ग्रीन एनर्जी का मार्केट 2.13 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया. हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद से इन तीन कंपनियों में से प्रत्येक का बाजार मूल्य करीब 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक कम हो गया है.

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से लगातार घट रहा अडानी ग्रुप का मार्केट कैप हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से लगातार घट रहा अडानी ग्रुप का मार्केट कैप
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 4:26 PM IST

भारतीय अरबपति गौतम अडानी (Gautam Adani) की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट (Hindenburg Report) पब्लिश होने के बाद से शेयरों में जारी गिरावट के चलते अब Adani Group का मार्केट कैपिटलाइजेशन गिरकर 100 अरब डॉलर से भी नीचे पहुंच गया है. यहीं नहीं गौतम अडानी भी अरबपतियों की लिस्ट (Billionaires List) में लगातार नीचे खिसकते जा रहे हैं और अब 26वें नंबर पर पहुंच गए हैं. 

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कहां से कहां पहुंच गया MCap
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, Adani Group की 10 कंपनियों का मार्केट कैप मंगलवार को गिरकर 8,20,915 करोड़ रुपये रह गया. डॉलर के मुकाबले रुपये के ताजा मूल्य के हिसाब से देखें तो ये 100 अरब डॉलर (82,79,70 करोड़ रुपये) के नीचे पहुंच गया है. बीते 24 जनवरी को US बेस्ड रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद से अब तक ग्रुप के कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन में 133 अरब डॉलर की कमी आ चुकी है. 

Hindenburg रिपोर्ट आने के बाद शेयरों में शुरू हुई गिरावट को देखते हुए अडानी ग्रुप की ओर से स्टेटमेंट जारी करते हुए इसे निराधार करार दिया गया, लेकिन ये कोशिश निवेशकों के सेंटिमेंट पर कोई खास असर नहीं कर सकी. इसका बेहद बुरा असर पड़ा और तब से अब तक हर दिन अडानी की कंपनियों के शेयर बुरी तरह टूटे. हालांकि, बीते कुछ दिनों से कुछ शेयरों में तेजी देखने को जरूर मिल रही है, लेकिन ये इस नुकसान की भरपाई करने में नाकाफी है. 

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Adani की फर्मों का मार्केट कैप
रिपोर्ट के मुताबिक, तीन बड़ी कंपनियों अडानी एंटरप्राइजेज (2.08 लाख करोड़ रुपये), अडानी ट्रांसमिशन (2.14 लाख करोड़ रुपये) और अडानी ग्रीन एनर्जी का मार्केट 2.13 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से ग्रुप के इन तीन कंपनियों में से प्रत्येक का बाजार मूल्य करीब 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक कम हो गया है.

अन्य कंपनियों की वैल्यू पर नजर डालें तो अडानी पावर का एमकैप 39,977 करोड़ रुपये से नीचे, अदानी पोर्ट्स एंड एसईजेड का बाजार पूंजीकरण 36,938 करोड़ रुपये से नीचे, अंबुजा सीमेंट्स का 27,690 करोड़ रुपये और अडानी विल्मर 17,942 करोड़ रुपये के नीचे पहुंच चुका है. 

कैश बचाने और कर्ज भुगतान पर फोकस
हिंडनबर्ग के असर को कम करने और निवेशकों का भरोसा कायम रखने के लिए गौतम अडानी के नेतृत्व वाला ग्रुप अब अलग रणनीति पर काम कर रहा है. ग्रुप ने अपना पूरा फोकस कर्ज के भुगतान और कैश बचाने पर लगा दिया है. इसके साथ ही विस्तार योजनाओं पर ब्रेक लगाने का फैसला भी किया गया है. इसका ताजा उदाहरण डीबी पावर और पीटीसी इंडिया डील से कदम पीछे खींचना है. सोमवार को ही ग्रुप की ओर से जारी एक बयान में जानकारी शेयर की गई थी, कि अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनमिक जोन (APSEZ) ने एसबीआई का 1,500 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाया है. 

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इतनी रह गई अडानी की नेटवर्थ
गौतम अडानी की नेटवर्थ (Gautam Adani Net Worth) पर नजर डालें तो इसमें इतनी गिरावट आ चुकी है, कि वे अब करीब दो साल पीछे खिसक गए हैं. 24 जनवरी 2023 से पहले उनकी कुल संपत्ति 130 अरब डॉलर से ज्यादा थी, जो अब घटकर 50 डॉलर से भी नीचे पहुंच चुकी है.

मंगलवार को खबर लिखे जाने तक Forbes Real Time Billionaires Idex के मुताबिक, अरबपतियों की लिस्ट में वे खिसककर 26वें पायदान पर पहुंच चुके थे. अडानी की नेटवर्थ महज 46.7 अरब डॉलर रह गई है और बीते 24 घंटे में ही उन्हें 2.9 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है. 

 

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