
गौतम अडानी (Gautam Adani) के लिए साल 2023 बुरा साबित हो रहा है. पहले ही महीने के अंत में Adani Group को लेकर अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट (Hindenburg Report) पब्लिश होने के बाद से उनकी संपत्ति में बड़ी गिरावट आई है. महीनेभर में ही अडानी की कंपनियों के शेयर (Adani Stocks) 30 से 85 फीसदी तक टूट गए थे. हालांकि, अब कुछ में रिकवरी देखने को मिल रही है. अभी हिंडनबर्ग को प्रकोप थमा भी नहीं था कि गौतम अडानी के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई है. दरअसल, अडानी ग्रुप ने 10 अरब डॉलर से ज्यादा के विदेशी मुद्रा बॉन्ड (Foreign Currency Bond) उधार ले रखे हैं, जिनके पेमेंट की डेडलाइन करीब है.
2024 में करना है ये पेमेंट!
Hindenburg की रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद Adani Group को लगभग 12 लाख करोड़ रुपये का घाटा उठाना पड़ा है. अरबपतियों की लिस्ट में वे चौथे पायदान से गिरकर 34वें नंबर तक पहुंच गए थे. Forbes के रियल टाइम बिलेनियर्स इंडेक्स के मुताबिक, फिलहाल भी अडानी 44.9 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ लिस्ट में 26वें स्थान पर हैं. नुकसान झेल रहे अडानी को इन 10 अरब डॉलर के विदेशी मुद्रा बॉन्ड से 2 अरब डॉलर मूल्य के बॉन्ड्स का पेमेंट अगले साल 2024 तक करना है.
निवेशकों को दिया आश्वासन
Adani Group ने ये 10 अरब डॉलर के विदेशी मुद्रा बॉन्ड साल 2015 से 2022 तक लिए थे. इनमें से 1.15 अरब डॉलर के बॉन्ड वर्ष 2020 और 2022 के दौरान परिपक्व हो चुके हैं और ती बॉन्ड अगले साल 2024 में परिपक्व होने वाले हैं. इनमें 65 करोड़ डॉलर के बॉन्ड Adani Port's & SEZ ने जारी किए हैं. Adani Green द्वारा जारी दो बॉन्ड शामिल हैं. अडानी ग्रुप की ओर से इन्वेस्टर्स को ये आश्वासन दिया गया है कि इन बॉन्ड परिपक्वता देनदारियां तय समय पर पूरी कर ली जाएंगी.
इस साल सबसे ज्यादा दौलत गवांई
बीते साल 2022 में दुनिया के तमाम अमीरों की तुलना में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले अरबपति बनकर उभरे गौतम अडानी 2023 में अब तक सबसे ज्यादा दौलत गवांने वाले अमीर हैं. 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) रिपोर्ट पब्लिश हुई थी, जिसमें अडानी ग्रुप को लेकर 88 सवाल उठाए गए थे. इसमें ग्रुप पर कर्ज और शेयरों में हेरा-फेरी समेत कई गंभीर आरोप भी लगाए गए थे. रिपोर्ट जारी होने के अगले दिन यानी 25 फरवरी से ही अडानी के बुरे दिन शुरू हो गए थे.
महीनेभर में अडानी की संपत्ति इतनी घटी
अडानी ग्रुप (Adani Group) ने हालांकि, हिंडनबर्ग के आरोपों के जवाब में एक स्टेटमेंट जारी कर लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया था. शेयरों में हर बीतते दिन के साथ आई गिरावट के चलते 24 जनवरी से पहले करीब 120 अरब डॉलर की नेटवर्थ वाले गौतम अडानी की संपत्ति (Gautam Adani Net Worth) एक महीने में ही गिरकर 40 अरब डॉलर के नीचे पहुंच गई थी. बीते दिनों अडानी ग्रुप की ओर से बयान में कहा गया था कि समूह पर कुल कर्ज करीब 2.21 लाख करोड़ रुपये है.