
इंडिया टुडे मैगजीन ने दुनिया के तीसरे और भारत के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी को 'न्यूज मेकर ऑफ द ईयर' घोषित किया है. इसके तहत इंडिया टुडे ग्रुप के एडिटोरियल डायरेक्टर (पब्लिशिंग) राज चेंगप्पा ने गौतम अडानी से खास बातचीत की है. गौतम अडानी ने बातचीत में कारोबार समेत अपनी निजी जिंदगी को लेकर कई राज खोले.
गौतम अडानी से जब पूछा गया कि उनके लिए साल 2022 का कैसा रहा, क्यों साल 2022 खास लगता है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कई उपलब्धियां गिनाईं. गौतम अडानी ने कहा- '2022 कई वजहों से खास था. हमारा अडानी विल्मर का IPO सफल रहा और इसके साथ अडानी विल्मर हमारे समूह की सातवीं लिस्टेड कंपनी बन गई है.' उन्होंने कहा कि वो एक प्लान के तहत काम करते हैं. पहले बिजनेस मॉडल के तहत कंपनी को शुरू करते हैं, फिर कंपनी को मुनाफे के लायक बनाते हैं, और तब जाकर उसे शेयर बाजार में लिस्ट कराते हैं. ये आईपीओ भी उसी का उदाहरण है.
सबसे बड़ा अधिग्रहण
गौतम अडानी इस साल सीमेंट के कारोबार में भी उतरे. अपने सीमेंट के बिजनेस के बारे में उन्होंने कहा कि हम देश के दूसरे सबसे बड़े सीमेंट उत्पादक बने, जब हमने ACC ओर अंबुजा सीमेंट को करीब 10.5 बिलियन डॉलर में खरीदा. ये हमारा अभी तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण है और ये भारत का भी अभी तक का सबसे बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर और मेटिरियल बिजनेस का M&A लेन-देन है.
एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट के कारोबार से हुई थी शुरुआत
गौतम अडानी ने साल 1988 में कमोडिटी का एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट करने वाली कंपनी के रूप में अडानी एक्सपोर्ट्स की शुरुआत की, जिसका बाद में नाम बदलकर अडानी एंटरप्राइजेज कर दिया गया था. अडानी एक्सपोर्ट्स की स्थापना सिर्फ 5 लाख रुपये की पूंजी से की गई थी. अडानी एंटरप्राइजेज को 1994 में शेयर बाजार में लिस्ट कर दिया गया.
पहली पीढ़ी के कारोबारी
धीरूभाई अंबानी की तरह गौतम अडानी भी पहली पीढ़ी के कारोबारी हैं. उनका जन्म 1962 में गुजरात के एक छोटे से कस्बे थराड़ में शांति लाल और शांता बेन अडानी के परिवार में हुआ था. यह एक शुद्ध शाकाहारी जैन वैश्य परिवार था. अडानी कुल सात भाई बहन हैं. उनके पिता कपड़े का व्यापार करते थे.
गौतम अडानी ने अहमदाबाद के एससीएन विद्यालय से स्कूली शिक्षा हासिल की थी. उनका परिवार एक छोटे से कस्बे थराड़ से अहमदाबाद आया था. वह बहुत धीरे और आराम से बोलते हैं. उनकी मातृभाषा गुजराती रही है, इसलिए पहले उन्हें अंग्रेजी नहीं आती थी.
गौतम अडानी ने बीकॉम में एडमिशन लिया था, लेकिन पढ़ाई पूरी न कर पाए. 18 साल की उम्र में वह कारोबार के लिए मुंबई चले गए. उन्हें बॉलीवुड म्यूजिक सुनना और एक्शन मूवी देखना पसंद है. वह गुजराती शाकाहारी खाना पसंद करते हैं.