
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर तिमाही) के दौरान भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट (GDP Growth Rate) 5.4 फीसदी पर रही. सरकार के सांख्यिकी कार्यालय द्वारा सोमवार को जारी डेटा के मुताबिक कमजोर मैन्युफैक्चरिंग आउटपुट और निवेश के चलते तीसरी तिमाही में विकास दर सुस्त रही. वहीं, वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही में देश की विकास दर 0.7 फीसदी पर रही थी.
जानिए क्या हो गया जीडीपी का आकार
सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, "कॉन्स्टैंट प्राइस (2011-12) में 2021-22 की तीसरी तिमाही में ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) 38.22 लाख करोड़ रुपये पर रही जो वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही में 36.26 लाख करोड़ रुपये पर रही थी. यह 5.4 फीसदी के ग्रोथ को दिखाता है."
पहली दो तिमाहियों में इतनी रही थी जीडीपी
वर्तमान फाइनेंशियल ईयर की अप्रैल-जून तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट 20.1 फीसदी और जुलाई-सितंबर क्वार्टर में 8.4 फीसदी पर रही थी.
चालू वित्त वर्ष में 8.9% पर रह सकती है जीडीपी
सरकार के दूसरे एडवांस एस्टिमेट के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी ग्रोथ रेट 8.9 फीसदी पर रह सकती है. 2020-21 में देश की विकास दर (-) 6.6 फीसदी पर रही थी. सरकार ने जनवरी में पहले एडवांस एस्टिमेंट में 9.2 फीसदी के विकास दर का अनुमान जाहिर किया था.
इन सेक्टर्स का ये रहा हाल
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ रेट 0.2 फीसदी पर रही जो 2020-21 की तीसरी तिमाही में 8.4 फीसदी पर रही थी. वहीं एग्री सेक्टर की ग्रोथ रेट 2.6 फीसदी पर आ गई जबकि पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कृषि क्षेत्र का प्रदर्शन शानदार रहा था. पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एग्रीकल्चर सेक्टर की ग्रोथ रेट 4.1 फीसदी पर रही थी. वहीं, 2021-22 की अक्टूबर से दिसंबर तिमाही में कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 2.8 फीसदी का कॉन्ट्रैक्शन देखने को मिला.
जनवरी के आखिर में इतना रहा Fiscal Deficit
सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक जनवरी के आखिर में राजकोषीय घाटा (Fiscal Deficit) 2021-22 के सालाना बजट लक्ष्य के 58.9 फीसदी पर रहा. पिछले वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटा संशोधित अनुमान के 66.8 फीसदी पर रहा.
उम्मीद से कम इंडस्ट्रियल आउटपुट
सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर में भारत का इंडस्ट्रियल आउटपुट महज 0.4 फीसदी की रफ्तार से बढ़ा. यह ग्रोथ रेट उम्मीद से काफी कम रहा.