
शेयर बाजार (Stock Market) में उतार-चढ़ाव ने पहले से ही निवेशकों को हैरान कर रखा है. तो वहीं कुछ शेयरों का बेहद बुरा हाल है. ऐसा ही एक एनर्जी सेक्टर का स्टॉक है, जेनसोल इंजीनियरिंग का शेयर (Gensol Engineering Share), जिसमें पैसे लगाने वाले निवेशकों के कुछ ही दिन में पसीने छूट गए हैं. जी हां, आखिर इस शेयर का दाम देखते ही देखते महीनेभर के भीतर आधे से भी कम जो रह गया है. अब कंपनी ने निवेशकों का भरोसा बनाए रखने के लिए बड़ा कदम उठाया है. मंगलवार को शेयर बाजार में गिरावट के बीच खुलने के साथ ही इसमें फिर लोअर सर्किट लग गया.
11 फरवरी को इतना था शेयर का दाम
जेनसोल इंजीनियरिंग का शेयर (Gensol Engineering Share) के भाव में महज एक महीने में आए चेंज पर नजर डालें, तो बीते 11 फरवरी को ये 702.35 रुपये का था, जो कि गिरते हुए बीते कारोबारी दिन सोमवार को महज 294 रुपये का रह गया है. इस हिसाब से देखें, तो इस स्टॉक में करीब 58 फीसदी की गिरावट आई है. यानी शेयर का भाव घटकर आधे से भी कम रह गया है और निवेशक खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.
दनादन लग रहा लोअर सर्किट
गौरतलब है कि बीते कारोबारी दिन सोमवार को Gensol Stock में 5 फीसदी का लोअर सर्किट (Lower Circuit) लगा था और ये सिलसिला मंगलवार को भी जारी है. जेनसोल इंजीनियरिंग का शेयर 294.50 रुपये पर ओपन हुआ और महज पांच मिनट में 5 फीसदी की गिरावट लेकर 290.55 रुपये पर आ गया. इस एनर्जी स्टॉक में लगातार गिरावट का असर कंपनी की मार्केट वैल्यू पर भी देखने को मिला है और ये घटकर 1100 करोड़ रुपये रह गई है. बता दें कि जेनसोल शेयर का 52 वीक का हाई लेवल 1124.90 रुपये है.
कंपनी का ये कदम भी नहीं आ रहा काम!
Gensol Share में लंबे समय से जारी गिरावट जहां एक ओर और तेज होती जा रही है और निवेशकों में हड़कंप मचा है. तो वहीं दूसरी ओर इसे संभालने के लिए कंपनी की ओर से भी बड़ कदम उठाया जा रहा है. दरअसल, जेनसोल इंजीनियरिंग ने सोमवार को तरजीही आधार पर जारी वांटों को प्रमोटर कैटेगरी में कन्वर्ट करके 4.43 लाख शेयरों के आवंटन को मंजूरी दी है. स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, कंपनी के इस कदम से करी 29 करोड़ रुपये का निवेश हो सकेगा और निवेशकों का भरोसा वापस आएगा.
हालांकि, इस ऐलान का असर दिखता नजर नहीं आ रहा है और मंगलवार को फिर ये शेयर धराशायी नजर आया. इससे पहले बीते दिनों प्रमोटरों ने कंपनी के कुल इक्विटी शेयरों में से लगभग 2.37% यानी 9,00,000 शेयर बेचे थे और फाइलिंग में इसे प्रमोटरों द्वारा लिक्विडिटी को अनलॉक किए जा सकने वाला कदम बताया गया था.
शेयर में गिरावट की ये बड़ी वजह
बता दें कि फरवरी महीने के अंत में शुरू हुई तेज गिरावट अब तक जारी है. इसके पीछे की वजह पर गौर करें, तो Care Ratings और ICRA द्वारा कंपनी के रेटिंग में किए गए बदलाव के बाद शेयर में भारी गिरावट आई है. केयर रेटिंग्स ने जेनसोल इंजीनियरिंग की रेटिंग को BB+ स्टेबल से कम करते हुए डिफॉल्ट किया है.Gensol Engineering की ओर से लोन की किश्तें चुकाने में लगातार देरी के बाद बैंकों और अन्य कर्जदारों के फीडबैक के आधार पर एजेंसी ने रेटिंग में बदलाव किया है. इसके अलावा इकरा ने भी इसकी रेटिंग को स्टेबल से डाउनग्रेड किया है.
(नोट- शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)