
भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही है और इसके साथ ही देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) भी रिकॉर्ड तोड़ रहा है. 27 सितंबर को समाप्त हुए सप्ताह में तो कमाल हो गया और भारत का फॉरेक्स रिजर्व 700 अरब डॉलर के पार निकल गया और ये पहली बार हुआ है. इसमें 12.58 अरब डॉलर का ताबड़तोड़ उछाल आया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसके आंकड़े जारी किए हैं.
पहली बार 700 अरब डॉलर के पार
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने अपने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए नया शिखर छू लिया है और इतिहास में पहली बार India's Forex Reserve 700 अरब डॉलर के पार निकला है. विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है और 27 सितंबर को समाप्त हुआ सप्ताह लगातार 7वां ऐसा हफ्ता था, जबकि देश के फॉरेक्स रिजर्व में जोरदार उछाल देखने को मिला है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा शेयर किए गए आंकड़ों पर नजर डालें, तो भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 12.588 अरब डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई है, जिसके बाद ये बढ़कर 704.885 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है. ये आंकड़ा भारत के फॉरेक्स रिजर्व का ऑल टाइ हाई लेवल है.
फॉरेन करेंसी एसेट्स भी खूब बढ़ा
केंद्रीय बैंक की ओर से बताया गया कि 27 सितंबर को समाप्त हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियां (FCAs) में भी जबर्दस्त उछाल आया है और ये 10.46 अरब डॉलर के इजाफे के साथ बढ़कर 616.15 अरब डॉलर हो गई हैं. यहां बता दें कि देश के कुल विदेशी मुद्रा भंडार में फॉरेन करेंसी असेट का बड़ा और महत्वपूर्ण योगदान होता है और इनमें यूरो (EURO), पौंड (Pound) और येन (Yen) जैसे नॉन-अमेरिकी करेंसी में बदलाव को भी शामिल किया जाता है.
भारत का Gold रिजर्व अब यहां पहुंचा
फॉरेक्स रिजर्व के साथ ही भारत के गोल्ड रिजर्व में भी जोरदार बढ़ोतरी देखने को मिली है. RBI के आंकड़ों के मुताबिक, बीते सप्ताह भारत के Gold Reserves में 2.18 अरब डॉलर का उछाल आया है और ये 65.79 अरब डॉलर वैल्यू का हो गया है. यहां बता दें कि सरकार या सरकारी बैंक में जमा सोना 'गोल्ड रिजर्व' होता है. इसे इंडियन करेंसी के सपोर्ट करने के लिए जमा किया जाता है. गोल्ड रिजर्व ग्रोथ कर रहे देशों के लिए महंगाई (Inflation) के खिलाफ सुरक्षा का भरोसा दिलाता है और इकोनॉमी को सपोर्ट करता है.
IMF के पास जमा हो गया कम
केंद्रीय बैंक के डाटा में अन्य आंकड़े भी शामिल होते हैं. इसमें से एक विशेष आहरण अधिकार (SDR) भी है, जिसमें 8 मिलियन डॉलर की तेजी आई है और इसके बाद अब ये बढ़कर 18.54 अरब डॉलर हो गया है. हालांकि, आरबीआई के मुताबिक, इस दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF के पास रखे हुए देश के रिजर्व मुद्रा भंडार में 71 मिलियन डॉलर की गिरावट हुई है और ये कम होकर 4.387 अरब डॉलर रह गया है.