
झारखंड के देवघर और बिहार के दरभंगा में तेजी से एयरपोर्ट्स का निर्माण हो रहा है. कोरोना संकट के बीच भी इन हवाई अड्डों पर काम जारी है. अब नागरिक उड्डयन हरदीप सिंह पुरी इस दोनों एयरपोर्ट्स की समीक्षा करने के लिए 12 सितंबर को पहुंचेंगे.
इस दोनों इन हवाई अड्डों को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण विकसित कर रहा है. केंद्र सरकार का कहना है कि इन हवाई अड्डों से उड़ान शुरू होते ही इस इलाके की हवाई कनेक्टिविटी में सुधार हो जाएगा. इसके अलावा इससे स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और इलाके में रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
देवघर हवाई अड्डा के बारे में
देवघर हवाई अड्डे को 401.34 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है. यहां काम अंतिम चरण में है. यह हवाई अड्डा 653.75 एकड़ में फैला हुआ होगा और इसका टर्मिनल भवन 4,000 वर्ग मीटर इलाके में बनाया जा रहा है. देवघर एयरपोर्ट्स 2500 मीटर लंबे रनवे के साथ, हवाई अड्डा एयर बस-320 जैसे विमानों का संचालन करने के लिए उपयुक्त होगा.
पर्यावरण के अनुकूल वास्तुशिल्प डिजाइन और अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं के साथ, टर्मिनल भवन बैद्यनाथ मंदिर के शिखर से प्रेरित एक समग्र संरचना होगी, क्योंकि देवघर पर्यटन के नजरिये से भी बेहद अहम जगह है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मई 2018 को झारखंड के सिंदरी से वीडियो लिंक के माध्यम से देवघर हवाई अड्डे का शिलान्यास किया था.
दरभंगा हवाई अड्डा के बारे में
वहीं दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु के लिए सिविल उड़ान का संचालन शुरू करने के लिए दरभंगा में सिविल एन्क्लेव विकसित कर रहा है. 1,400 वर्गमीटर क्षेत्रफल वाले हवाई अड्डे के अंतरिम टर्मिनल भवन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. छह चेक-इन काउंटरों वाला टर्मिनल भवन, सभी आवश्यक यात्री सुविधाओं के साथ व्यस्ततम समय में 100 यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा.
इस हवाई अड्डे को बोइंग 737-800 जैसे विमानों के लिए अनुकूल बनाने के लिए रनवे को मजबूत करने, टैक्सीवे को जोड़ने और कनेक्टिंग रोड के साथ नए एप्रन का निर्माण कार्य जोरों पर है और जल्द ही यह हवाई अड्डा सिविल संचालन के लिए तैयार हो जाएगा. दरभंगा में अंतरिम सिविल एन्क्लेव की नींव 24 दिसंबर, 2018 को रखी गई थी.