
घरेलू आईपीओ बाजार (IPO Market) में फिर से बहार आने लगी है. पिछले कुछ सप्ताहों के दौरान दो हिट आईपीओ के बाद अब इन्वेस्टर्स को एक और बढ़िया मौका मिल रहा है. प्रीसिजन बियरिंग बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल (Harsha Engineers International) का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए आज से ओपन हो रहा है. अहमदाबाद बेस्ड इस कंपनी के आईपीओ (Harsha Engineers International IPO) को ओपन होने से पहले ही जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है. एक ओर ग्रे मार्केट में इसका प्रीमियम (Harsha Engineers International IPO GMP) 60 फीसदी से ऊपर निकला हुआ है, तो दूसरी ओर एक्सपर्ट्स भी इसे लेकर उत्साहित हैं.
अपने सेगमेंट में अव्वल है कंपनी
हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल का आईपीओ आज यानी 14 सितंबर को खुलने के बाद सब्सक्राइब करने के लिए 16 सितंबर तक उपलब्ध रहेगा. प्रीसिजन बियरिंग केज बनाने वाली इस कंपनी के आईपीओ में 455 करोड़ रुपये का फ्रेश इक्विटी शेयर्स इश्यू और मौजूदा शेयरधारकों के 300 करोड़ रुपये तक के शेयरों का ऑफर फोर सेल शामिल है. ऑफर फोर सेल के तहत कंपनी के प्रमोटर व प्रमोटर ग्रुप्स राजेंद्र शाह, हरीश रंगवाला, पिलाक शाह, चारूशीला रंगवालाऔर निर्मला शाह के शेयर बेचे जाएंगे. ओएफएस में पात्र कर्मचारियों को सब्सक्रिप्शन में रिजर्वेशन भी मिलेगा. साल 2010 में स्थापित यह कंपनी रेवेन्यू के आधार पर अपने सेगमेंट में अवल है.
यह शेयर मार्केट में उतरने का हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल का दूसरा प्रयास है. कंपनी इससे पहले साल 2018 में भी बाजार में उतरने का प्रयास कर चुकी है. तब कंपनी ने अगस्त 2018 में बाजार नियामक सेबी (SEBI) के समक्ष आईपीओ का ड्राफ्ट फाइल किया था. हालांकि उसी समय आईएलएंडएफएस संकट (IL&FS Crisis) उत्पन्न हो जाने के कारण हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल को आईपीओ का अपना प्लान टालना पड़ गया था. उस संकट ने भारतीय नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) सेक्टर को तबाह कर दिया था.
इतना बड़ा है इस आईपीओ का एक लॉट
हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल ने आईपीओ के लिए 314 से 330 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है. इस आईपीओ का साइज 755 करोड़ रुपये है. इसमें से 50 फीसदी हिस्सा क्वॉलिफाइड इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व होगा. रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए इस आईपीओ में 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व रखा गया है. बाकी की 15 फीसदी हिस्सेदारी नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए है. इस आईपीओ के लिए एक लॉट में 45 शेयर रखे गए हैं. इसका मतलब हुआ कि इस आईपीओ में इन्वेस्ट करने के लिए कम से कम 45 शेयरों के लिए बोली लगाने यानी कम से कम 14,850 रुपये लगाने की जरूरत होगी.
GMP से इतनी कमाई के संकेत
हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल के आईपीओ को ग्रे मार्केट में शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है. आईपीओ वॉच के आंकड़े के अनुसार, ओपन होने से पहले इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम करीब 210 रुपये पर है, जो अपर प्राइस बैंड से 60 फीसदी से अधिक ऊपर है. अगर जीएमपी के हिसाब से देखें तो यह आईपीओ बाजार में 540 रुपये के आस-पास लिस्ट हो सकता है. इसका मतलब हुआ कि यह आईपीओ अपने इन्वेस्टर्स को एक झटके में हर लॉट पर 9,450 रुपये की कमाई करा सकता है. इसे लेकर जिस तरह से एक्सपर्ट्स उत्साहित हैं, अगर वास्तव में वैसा ही रिस्पॉन्स मिला तो लिस्टिंग के बाद भी इसका भाव उछलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.
ब्रोकरेज फर्म दे रहे बंपर रेटिंग
इसे ब्रोकरेज फर्म भी बढ़िया रेटिंग दे रहे हैं. ब्रोकरेज फर्म अरिहंत कैपिटल, एलकेपी सिक्योरिटीज, निर्मल बांग सिक्योरिटीज और हेम सिक्योरिटीज ने हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल आईपीओ को सब्सक्राइब रेटिंग दी है. इनका मानना है कि रेवेन्यू में ठोस बढ़ोतरी और ग्राहकों के साथ गहरे संबंध के दम पर आने वाले समय में भी इस कंपनी का कारोबार शानदार रहने वाला है. निर्मल बांग सिक्योरिटीज की मानें तो यह कंपनी अपने सेगमेंट में अहम रणनीतिक महत्व रखती है और इस कारण उसने आईपीओ को सब्सक्राइब रेटिंग दी है. अरिहंत कैपिटल ने इस आईपीओ को लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह दी है.
(यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी प्रदान करने के लिए है. शेयर बाजार में पैसे लगाने से पहले खुद रिसर्च जरूर करें या अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह लें.)