
साल 2022 जाने वाला है और नए साल 2023 (New Year 2023) की शुरुआत होने वाली है. ये बीत रहा साल होटल इंडस्ट्री (Hotel Industry) ट्रेंड में बदलाव का गवाह बना है. इस साल छोटे शहरों में होटल रुम्स की बुकिंग (Hotel Rooms Booking) में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इसकी वजह है कि लोग अब शहरों की भीड़भाड़ से दूर शांत इलाकों में समय बिताना चाहते हैं. इसके साथ ही तीर्थयात्रा करने के लिए भी अब लोग छोटे शहरों का रुख कर रहे हैं. बड़े शहरों की बादशाहत को बरकरार रखने में बिजनेस ट्रैवल का सबसे बड़ा योगदान है.
हाथरस-सासाराम में बढ़ी होटलों की डिमांड
हॉस्पिटैलिटी और ट्रैवल (Hospitality And Travel) टेक कंपनी ओयो के सालाना आंकड़ों के मुताबिक 2022 में होटल बुकिंग के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे आगे निकल गया है. यहां पर सबसे ज्यादा संख्या में लोगों ने Booking कराई थी. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भी छोटे शहर बुकिंग में सबसे आगे रहे. ओयो की रिपोर्ट के मुताबिक देश के जिन छोटे शहरों में होटल रुम्स की बुकिंग में अचानक से उछाल आया है उनमें उत्तर प्रदेश का हाथरस, उत्तराखंड का श्रीनगर, बिहार (Bihar) का सासाराम, तमिलनाडु का कराईकुडी और आंध्र प्रदेश का तेनाली शामिल है.
बड़े शहरों में बिजनेस ट्रैवल की मांग
OYO Travellpedia-2022 के मुताबिक बिजनेस ट्रैवल के लिहाज से भारत में हैदराबाद, दिल्ली, बेंगलुरु, कोलकाता और चेन्नई टॉप पर रहे हैं. ओयो के मुताबिक 2022 में 4 जून को देशभर में सबसे ज्यादा बुकिंग देखने को मिली थी. छुट्टियां मनाने के लिहाज से 2022 में सैलानियों ने जिन शहरों में सबसे ज्यादा रुम बुक किए ओयो के मुताबिक उनमें शामिल हैं जयपुर, गोवा, कोच्चि, वाराणसी और विशाखापत्तनम जो लोगों के पसंदीदा हॉलीडे डेस्टिनेशन बने रहे.
वाराणसी जाने वालों की संख्या बढ़ी
तीर्थयात्रा के लिहाज से वाराणसी में सबसे ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे जिससे वहां पर रुम बुकिंग में इजाफा हुआ है. इसकी बड़ी वजह काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण को माना जा रहा है. तीर्थयात्रा के लिए वाराणसी के बाद तिरुपति, पुरी, अमृतसर और हरिद्वार का स्थान है. ओयो की इस रिपोर्ट में अंतरराष्ट्रीय रुझानों का भी विस्तार से जिक्र किया गया है. इसमें बताया गया है कि बेल्जियम का लक्जमबर्ग प्रांत यूरोप का पसंदीदा पर्यटन स्थल बनकर उभरा है. ओयो वेकेशन होम्स प्लेटफॉर्म पर ज्यादातर बुकिंग डेनमार्क से हुई है.
इस साल Air Traffic में आया उछाल
इस साल पैसेंजर ट्रैफिक और किराए में बढ़ोतरी से एयरलाइंस (Airlines) को बड़ा फायदा हुआ है. इस साल जनवरी में जहां 2 लाख यात्री रोजाना फ्लाइट्स में सफर कर रहे थे वहीं दिसंबर तक आते-आते यात्रियों (Air Passengers) की संख्या बढ़कर 4.2 लाख प्रतिदिन पर पहुंच गई है. इसमें भी क्रिसमस से एक दिन पहले यानी 24 दिसंबर को फ्लाइट्स और यात्रियों की तादाद ने प्री-कोविड साल यानी 2019 के रोजाना के औसत को भी पीछे छोड़ दिया. साल 2019 में जहां रोजाना 2900 फ्लाइट्स और 4 लाख यात्रियों ने सफर किया था वहीं 24 दिसंबर को 2904 फ्लाइट्स और 4,35,500 यात्रियों ने इस औसत को भी पीछे छोड़ दिया.