Advertisement

मुंबई के Hyatt Regency होटल के पास सैलरी देने के पैसे नहीं, बंद हुआ कामकाज 

होटल ने एक बयान में कहा है कि फंड की बहुत तंगी है. होटल का संचालन करने वाली कंपनी एशियन होटल्स (West) के पास से कोई फंड नहीं आ रहा, इसलिए कामकाज बंद करना पड़ा है. 

हयात होटल मुश्किल में (फोटो: HyattRegency) हयात होटल मुश्किल में (फोटो: HyattRegency)
aajtak.in
  • मुंबई ,
  • 08 जून 2021,
  • अपडेटेड 8:02 AM IST
  • हयात रिजेंसी होटल में फंड का संकट
  • अस्थायी रूप से बंद हुआ कामकाज

कोरोना संकट की दूसरी लहर हॉस्पिटैलिटी एवं टूरिज्म सेक्टर के लिए कहर साबित हो रही है. संकट कितना गहरा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुंबई के हयात रिजेंसी (Hyatt Regency) होटल के पास अपने कर्मचारियों की सैलरी देने के पैसे नहीं हैं और उसने अपना कामकाज अस्थायी रूप से बंद कर दिया है. 

होटल ने एक बयान में कहा है कि फंड की बहुत तंगी है, इसलिए अगले आदेश तक होटल बंद रहेगा. होटल का संचालन करने वाली कंपनी एशियन होटल्स (West) के पास से कोई फंड नहीं आ रहा, इसलिए कामकाज बंद करना पड़ा है. 

Advertisement

क्या कहा होटल प्रबंधन ने 

हयात रिजेंसी ने एक बयान में कहा, 'होटल के सभी ऑन-रोल स्टाफ को सूचित करना चाहते हैं कि हयात रिजेंसी मुंबई के ओनर एशियन होटल्स वेस्ट लिमिटेड से कोई फंड नहीं आ रहा जिससे कि कर्मचारियों की सैलरी दी जा सके या होटल का कामकाज चलाया जा सके.  इसलिए तत्काल प्रभाव से यह निर्णय लिया गया है कि सभी कामकाज अस्थायी रूप से बंद कर दिए जाएं.' 

हॉस्पिटैलिटी सेक्टर पर सबसे ज्यादा मार

होटल अब अगले आदेश तक बंद रहेगा. गौरतलब है कि पिछले साल मार्च से ही कोराना की पहली लहर के बाद लॉकडाउन और अर्थव्यवस्था के ठप पड़ने से टूरिज्म एवं ट्रैवल से जुड़े हॉस्पिटैलिटी सेक्टर पर सबसे ज्यादा मार पड़ी है. इस सेक्टर को सरकार से भी किसी भी तरह की खास राहत पैकेज भी नहीं मिल पाई है. 

Advertisement

कोरोना संकट के बीच लोगों ने सिर्फ जरूरी यात्राएं की हैं और अभी रेस्टोरेंट आदि का कामकाज शुरू ही होता, तब तक दूसरी लहर आ गई. महीनों तक होटल एवं रेस्टोरेंट बंद रहे, किसी तरह के गेस्ट नहीं आ रहे. ऐसे में कंपनियों के सामने बहुत बड़ा संकट है कि इनके स्टॉफ को सैलरी कब तक देते रहें. यही नहीं बिना किसी गेस्ट के भी इन होटलों के संचालन का डेली का भारी-भरकम खर्च होता है. 

(https://www.businesstoday.in के इनपुट पर आधारित) 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement