
फाइनेंशियल ईयर 2021-22 (FY22) के लिए इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने की डेडलाइन (ITR Filing Deadline) बहुत करीब आ चुकी है. अगर आपने अभी तक आईटीआर फाइल नहीं किया है तो बिना देरी किए इस काम को निपटा लें. आईटीआर भरना कई मामलों में फायदेमंद होता है और इसे फाइल नहीं करना कुछ मौकों पर मुसीबत का सौदा भी साबित हो सकता है. ऐसे में इसकी डेडलाइन बढ़ाए जाने की उम्मीद में बैठे रहना घाटे का सौदा साबित हो सकता है.
ऐसे खुद से फाइल करें आईटीआर
आईटीआर भरने के लिए आपको आयकर विभाग की वेबसाइट https://www.incometax.gov.in/iec/foportal पर यूजर आईडी और पासवर्ड की मदद से लॉगइन करना होगा. इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरने के लिए आपको पैन कार्ड (PAN Card), आधार कार्ड ( Aadhaar Card), बैंक अकाउंट नंबर, इन्वेस्टमेंट डिटेल्स और फॉर्म 16 या फॉर्म 26 AS की जरूरत पड़ेगी.
नहीं भरेंगे तो लग सकता है जुर्माना
अगर आपकी वार्षिक आमदनी 2.5 लाख से ज्यादा है, फिर भी आप इनकम टैक्स रिटर्न फाइल नहीं करते हैं, तो आपको इसके लिए जुर्माना देना पड़ सकता है. इसके अलावा आपको अन्य परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है. इसलिए 31 जुलाई तक इनकम टैक्स रिटर्न जरूर फाइल कर लें.
इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरने से होते हैं ये फायदे:
इन कारणों से अटकता है रिफंड
इनकम टैक्स रिटर्न भरने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसके बाद आपको रिफंड में एकमुश्त ठीक-ठाक रकम मिल जाती है. हालांकि कुछ गलतियां होने से रिफंड अटक भी जाता है, इस कारण आईटीआर भरते समय सावधानियां जरूरी हैं. रिफंड अटकने के मामलों में एक बड़ा कारण बैंक खाते के डिटेल्स में गलती है. अगर आपने फॉर्म भरते हुए अपने खाते का विवरण गलत भरा है तो इस कारण आपका रिफंड अटक सकता है. ऐसी स्थिति में आपको आयकर विभाग की साइट पर खाते का विवरण सही करना पडे़गा. बैंक अकाउंट का पैन कार्ड से लिंक होना भी जरूरी है. इसके अलावा कुछ एडिशनल डॉक्यूमेंट की रिक्वायरमेंट के कारण भी रिफंड में देरी होती है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट कई बार रिटर्न प्रोसेस करते समय कुछ कागजातों की मांग करता है.
अगर टैक्स है बकाया तो नहीं मिलेगा रिफंड
रिफंड में देरी का एक बड़ा कारण नए फाइलिंग पोर्टल की कुछ तकनीकी गड़बड़ियां हैं. इसके कारण रिटर्न प्रोसेस करने का काम धीमा हुआ. हालांकि अब तकनीकी गड़बड़ियों को दूर किया जा चुका है और उसके बाद प्रोसेस करने का काम तेज किया गया है. कई मामलों में आउटस्टैंडिंग टैक्स के चलते रिफंड अटक जाता है. हालांकि इस स्थिति में भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट टैक्सपेयर को नोटिस भेजकर सूचित करता है.
रिफंड पाने के लिए आईटीआर वेरिफिकेशन जरूरी
अगर आपने रिटर्न तो भर दिया है, लेकिन उसे वेरिफाई नहीं किया है, तो ऐसी स्थिति में भी रिफंड का अटकना तय है. आप जबतक रिटर्न को वेरिफाई नहीं करेंगे, विभाग उसे प्रोसेस नहीं करेगा. समय रहते रिटर्न को वेरिफाई नहीं करने पर वह इनवैलिड हो जाता है और विभाग मानकर चलता है कि आपने रिटर्न भरा ही नहीं. रिटर्न को वेरिफाई करने के 2 तरीके हैं. पहला तरीका इलेक्ट्रॉनिक है, जिसमें बैंक अकाउंट या आधार से वेरिफाई किया जा सकता है. दूसरा तरीका ITR-V की साइन्ड कॉपी वाया पोस्ट भेजकर वेरिफाई करने का है.
ऐसे चेक करें इनकम टैक्स रिफंड का स्टेटस
आपको सबसे पहले आयकर विभाग की साइट http://www.incometax.gov.in पर जाना होगा, फिर यूजर आईडी और पासवर्ड डालकर लॉग इन करना होगा. उसके बाद ई-फाइल ऑप्शन में आपको इनकम टैक्स रिटर्न्स को सेलेक्ट करना होगा. आगे आईटीआर का स्टेटस दिखाई देने लगेगा और आपको टैक्स रिफंड जारी होने की तारीख दिखाई देगी. इसके साथ ही यह भी पता चलेगा कि आपको कितनी रकम मिलने वाली है.