
शेयर बाजार में उथल-पुथल के बावजूद म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) पर निवेशकों को भरोसा बढ़ा है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एसेट मैनेजमेंट कंपनियों ने जून तिमाही में 51 लाख निवेशक खाते (Investor Accounts) जोड़े हैं. इस बढ़ोतरी के चलते Mutual Funds Investors की कुल संख्या 13 करोड़ के पार पहुंच गई है.
फोलियो की संख्या में 31% इजाफा
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) के बारे में जागरुकता बढ़ने और डिजिटलीकरण से लेन-देन में आसानी के कारण निवेशकों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. विशेषज्ञों को उम्मीद है कि चालू वित्तीय वर्ष भी इसमें इजाफा देखने को मिलेगा. जून 2022 में म्यूचुअल फंड फोलियो (folio) की संख्या 13.46 करोड़ हो गई, जो कि इससे पिछले मार्च महीने में 12.95 करोड़ थी. सालाना आधार पर देखें तो म्यूचुअल फंड फोलियो (Mutual Funds folio) की संख्या में 31 फीसदी का इजाफा हुआ है, जून 2021 में निवेशकों की संख्या 10.25 करोड़ थी.
12 महीने में इतने नए खाते जुड़े
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (Amfi) के आंकड़ों पर नजर डालें तो मार्च तिमाही में 93 लाख खाते अथवा फोलियो खोले गए. हालांकि इस साल अप्रैल-जून में मार्च तिमाही की तुलना में यह संख्या भले ही कम रही, फिर भी यह आंकड़ा इस बात का संकेत है कि निवेशकों ने शेयर बाजार (Stock Market) में उतार-चढ़ाव के बावजूद निवेश करना जारी रखा. वहीं पिछले 12 महीनों के आंकड़ों के मुताबिक, 3.2 करोड़ नए निवेशक खाते जोड़े गए हैं.
खातों में लगातार हो रही वृद्धि
फोलियो, दरअसल व्यक्तिगत निवेशक खातों के लिए दर्ज संख्याएं हैं. एक निवेशक के पास कई फोलियो हो सकते हैं. पिछले कुछ वर्षों में म्यूचुअल फंड स्पेस में फोलियो में लगातार वृद्धि देखने को मिली है. इसमें 2021-22 में 3.17 करोड़ निवेशक खाते, 2020-21 में 81 लाख, 2019-20 में 73 लाख निवेशक खाते, 2018-19 में 1.13 करोड़, 2017-18 में 1.6 करोड़, 2016-17 में 67 लाख से अधिकऔर 2015-16 में 59 लाख फोलियो खाते जोड़े गए.
इक्विटी को प्राथमिकता दे रहे निवेशक
रिपोर्ट के अनुसार, 51 लाख नए फोलियो में से 35 लाख फोलियो इक्विटी-उन्मुख योजनाओं (equity-oriented schemes) में जोड़े गए. इन योजनाओं में निवेशकों के खाते जून तिमाही में बढ़कर 8.98 करोड़ हो गए, जो मार्च तिमाही में 8.63 करोड़ थे. इसे देखकर कहना गलत न होगा कि निवेशक इक्विटी को प्राथमिकता दे रहे हैं, क्योंकि यह एक वैल्यू क्रिएटर एसेट क्लास के रूप में जाना जाता है. हालांकि, बीती तिमाही ऋण-उन्मुख योजनाओं (debt-oriented schemes) फोलियो की संख्या 2.43 लाख घटकर 73.65 लाख रह गई है.