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क्या देश में कम है गेहूं? विदेशों से मंगाने पर सरकार का आया ये बड़ा बयान!

Wheat import: सरकार की ओर से कहा गया है कि हमारी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए देश में पर्याप्त स्टॉक (Stock) मौजूद है. इसके अलावा भारतीय खाद्य निगम (FCI) के पास भी सार्वजनिक वितरण के लिए भंडार है. इस संबंध में जारी मीडिया रिपोर्टों में कोई सच्चाई नहीं है, सरकार का गेहूं आयात का कोई प्लान नहीं है.

गेहूं के आयात को कोई प्लान नहीं गेहूं के आयात को कोई प्लान नहीं
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 6:39 AM IST

विदेश से गेहूं आयात (Wheat Import) करने की खबरों का भारत सरकार (Government) ने सिरे से खंडन किया है. सरकार की ओर से कहा गया है देश के पास गेहूं का पर्याप्त स्टॉक (Wheat Stock) मौजूद है और इसके आयात का कोई प्लान नहीं है. गौरतलब है कि एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत के पास गेहूं का भंडार कम है. इस दावे को डिपार्टमेंट ऑफ फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन ने रविवार को बयान जारी कर खारिज किया. 

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गेहूं आयात की कोई योजना नहीं
डिपार्टमेंट ऑफ फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन ने अपने बयान में कहा कि भारत में गेहूं आयात (Wheat Import) करने की कोई योजना नहीं है. हमारी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए देश में पर्याप्त स्टॉक (Stock) मौजूद है.

इसके अलावा भारतीय खाद्य निगम (FCI) के पास भी सार्वजनिक वितरण के लिए भंडार है. इस संबंध में जारी मीडिया रिपोर्टों में हीटवेव के कारण गेहूं उत्पादन (Wheat Production) पर असर पड़ने और स्टॉक कम होने के दावे किए गए थे. 

रिपोर्ट में किया गया था ये दावा
रिपोर्ट में भारतीयों को खिलाने के लिए देश में पर्याप्त गेहूं मौजूद ना होने का दावा इस आधार पर किया गया था कि देश में हर साल उत्पादन में कमी हो रही है और लगातार गेहूं के दाम में इजाफा (Wheat Price Rise) हो रहा है. इस कारण से केंद्र सरकार विदेशों से गेहूं के आयात पर विचार कर रही है. इस पर विभाग की ओर से कहा गया कि फिलहाल ऐसी कोई योजना नहीं है. 

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गेहूं की फसल पर मौसम की मार
सरकार की ओर से ये जरूर माना गया कि इस साल की शुरुआत में गेहूं की फसल पर मौसम की मार पड़ी है. हीटवेव के कारण गेहूं की फसल को नुकसान भी हुआ है. इस सबके बाद भी कृषि मंत्रालय के अनुसार 2021-22 में अनुमानित करीब 106.84 मिलियन टन गेहूं की पैदावार हुई. पहले यह अनुमान 111 मिलियन टन जताया गया था. 

मई से गेहूं के निर्यात पर रोक जारी
गौरतलब है कि भारत सरकार ने गेहूं के निर्यात (Wheat Export) पर रोक (Ban) लगा रखी है. रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia-Ukraine War) के साथ ही देश में बढ़ती गेहूं की कीमतों के मद्देनजर बीते 13 मई 2022 को सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए ये रोक लगाई थी.

फिलहाल, आयात की खबरों को दरकिनार करते हुए खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग ने कहा कि भारत में गेहूं खरीदने की कोई जरूरत नहीं है.


 

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