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Good News: भारत 2027 तक बनेगा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी! जापान-जर्मनी रह जाएंगे पीछे

SBI Ecowrap Report : एसबीआई की इकोरैप रिपोर्ट में कहा गया है कि इंडियन इकोनॉमी में रफ्तार इसी तरह जारी रही, तो FY28 तक जापान और जर्मनी पीछे रह जाएंगे. इससे पहले एसबीआई अर्थशास्त्रियों ने कहा थी 2029 तक भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है.

भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 28 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 8:35 AM IST

भारत दुनिया में सबसे तेज रफ्तार से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है और IMF, World Bank समेत अन्य वैश्विक एजेंसियों ने भी इस बात को माना है. अब एक और गुड न्यूज आई है, जिसमें कहा गया है कि भारत साल 2027 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी (3rd Largest Economy) बन सकता है. SBI Ecowrap रिपोर्ट में ये दावा किया गया है. 

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पहले एसबीआई ने तय की थी ये डेडलाइन

भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई ने अपनी इकोरैप रिपोर्ट में कहा कि है अगर भारत अपनी ग्रोथ की मौजूदा रफ्तार को कायम रखता है,  तो देश को FY27-28 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का टैग मिलने की पूरी संभावना नजर आ रही है. गौरतलब है कि इससे पहले जारी की गई एसबीआई रिसर्च रिपोर्ट में इंडियन इकोनॉमी के लिए इस लक्ष्य को पाने की अनुमानित डेडलाइन 2029 बताई गई थी.   

2014 के बाद से इकोनॉमी की रफ्तार जारी

SBI के इकोनोमिस्ट ने इकोरैप रिपोर्ट में दावा किया है कि साल 2014 के बाद से अर्थव्यवस्था में जो तेजी आई है, उसके चलते भारत सात स्थान ऊपर चढ़ा है. इसके साथ ही जिस रफ्तार से इकोनॉमी आगे भाग रही है, 2029 के हमारे पिछले पूर्वानुमान से दो साल पहले ही इस लक्ष्य को पा लेने की संभावना बन रही है. अर्थशास्त्रियों ने ये भी कहा कि 2027 तक भारत, जापान और जर्मनी जैसे देशों को पीछे छोड़ सकता है. 

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रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा विकास दर के हिसाब से भारत को 2027 में जापान और जर्मनी दोनों से आगे निकल जाना चाहिए. दिलचस्प बात यह है कि 2022-2027 के बीच भारत द्वारा की गई वृद्धि, ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था के मौजूदा आकार 1.8 ट्रिलियन डॉलर से अधिक है. 

2047 तक 20 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी!

मौजूदा आंकड़ों के आधार पर इकोनॉमी की इस रफ्तार को देखें तो भारत अर्थव्यवस्था में हर दो साल में 0.75 ट्रिलियन डॉलर जुड़ने की संभावना है, जिसका अर्थ है कि भारत 2047 तक 20 ट्रिलियन डॉलर को छूने के लिए तैयार है. जीडीपी में भारत की वैश्विक हिस्सेदारी 2027 तक 4 पीसदी को पार कर जाएगी. स्टेट बैंक के अर्थशास्त्रियों का मानना है कि वैश्विक स्तर पर सकल घरेलू उत्पाद में भारत की जीडीपी (India GDP) का हिस्सा अभी 3.5 फीसदी है, जो 2014 में 2.6 फीसदी था.

महाराष्ट्र और यूपी को लेकर किया ये दावा

एसबीआई रिसर्च ने ये भी कहा है कि अनुमानों से संकेत मिलता है कि जब भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था (Globle Economy) में तीसरा स्थान हासिल करेगा उस समय तक कम से कम दो भारतीय राज्य महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश अर्थव्यवस्था के मामले में 500 अरब डॉलर के निशान को पार कर जाएंगे. Ecowrap Report  अनुसार, 2027 में प्रमुख भारतीय राज्यों की जीडीपी आकार वियतनाम, नॉर्वे जैसे कुछ एशियाई और यूरोपीय देशों के आकार से अधिक होगा.

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