
मुंबई के ताज लैंड्स एंड (होटल) में इंडिया टुडे कॉन्क्लेव (India Today Conclave 2024) का आयोजन किया जा रहा है. इसमें दूसरे दिन पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कई मुद्दों पर बात की, इसमें देश में संपन्न हुए लोकसभा इलेक्शन 2024 के दौरान कांग्रेस के मैनिफेस्टो में महिलाओं को 1 लाख रुपये सालाना दिए जाने से लेकर केंद्र सरकार की यूनिफाइड पेंशन स्कीम तक शामिल रहे. जब उनसे NPS और UPS को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ फंडेड स्कीम के पक्ष में है.
फंडेड पेंशन स्कीम के पक्ष में कांग्रेस
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व फाइनेंस मिनिस्टर पी चिदंबरम गुरुवार को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में शामिल हुए. इस दौरान कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई के साथ बातचीन के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की. केंद्र की एनडीए सरकार द्वारा पेश की गई यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) और न्यू पेंशन स्कीम (NPS) को लेकर जब उनसे सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस अनफंडेड पेंशन स्कीम के पक्ष में बिल्कुल भी नहीं है और ये एक आपदा के समान है. उन्होंने कहा कि हमें NPS-UPS से मतलब नहीं है, बल्कि हम सिर्फ फंडेड पेंशन स्कीम के पक्ष में हैं.
चिदंबरम ने टी वी सोमनाथन का किया जिक्र
पी चिदंबरम से जब NPS को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि न्यू पेंशन स्कीम को कांग्रेस सरकार में नहीं, बल्कि अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली तत्कालीन सरकार में पेश किया गया था और जब हमारी सरकार आई तो इसे मैंटेन किया गया, अब बीते एक दशक से मोदी सरकार (Modi Govt) मैंटेन कर रही है.
इस बीच उन्होंने एक पुराना बाकया याद करते हुए कहा कि जब टीवी सोमनाथन (T V Somnathan) को फानेंस कमेटी में शामिल किया गया था, तब मैंने उनसे पूछा था कि क्या आप अनफंडेड स्कीम के पक्ष में हैं? तो उन्होंने सीधे न कहा था और बोला था कि हम अब NPS और OPS के बीच का रास्ता निकाल रहे हैं.
बैंकों को लेकर ये बोले चिदंबरम
कांग्रेस नेता ने पेंशन स्कीम के साथ ही बैंकों की स्थिति को लेकर भी बात की. उनसे जब सवाल किया गया कि मोदी सरकार दावा करती है कि बैंक बीते एक दशक में प्रॉफिट में आए हैं और देशभर में बैंकिंग सेवाओं का विस्तार हुआ है, तो इसके जवाब में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि बैंक भले ही सही स्थिति में हैं, लेकिन अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग प्राणाली में उल्लेखनीय सुधार देखने को नहीं मिला है, यहां तक कि एजुकेशन से लेकर एग्रीकल्चर लोन मुहैया कराने में नाकाम साबित हो रही हैं उन्होंने कहा कि गरीब लोगों के लिए बैंक की प्रणाली में कोई बदलाव नहीं दिखा है.