
कोविड-19 के बाद से देश का टूरिज्म सेक्टर सैलानियों का भारी भरकम हुजूम देख रहा है. 2023 तक देश और दुनिया से कोरोना का नामोनिशान मिटने के बाद देश में घूमने-फिरने का शौक कुछ ज्यादा ही तेजी से बढ़ा है. कोविड-19 के तुरंत बाद जहां रिवेंज टूरिज्म जैसे ट्रेंड को इस बढ़ते पर्यटन का जिम्मेदार माना जा रहा था, वहीं अब तो घूमने फिरने का चलन एक सामान्य सी बात हो गया है.
संसद में दी गई जानकारी के मुताबिक 2023 में घरेलू पर्यटकों की संख्या 2022 के मुकाबले 44 फीसदी बढ़कर 250 करोड़ हो गई, 2022 में ये आंकड़ा 173.10 करोड़ था. इस दौरान सबसे ज्यादा लोग उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु घूमने गए. इस आंकड़े से साफ पता चल रहा है कि लोग अपने देश को कितना एक्सप्लोर कर रहे हैं.
उत्तर प्रदेश पहुंचे सबसे ज्यादा लोग
अगर राज्यों की बात करें तो 2023 में सबसे ज्यादा 47.85 करोड़ पर्यटक उत्तर प्रदेश में घूमने के लिए गए थे. इसके बाद 28.60 करोड़ लोग तमिलनाडु की यात्रा पर गए थे. इनके बाद के 3 स्थानों पर मौजूद राज्यों का ट्रेंड बता रहा है कि पर्यटक देश के हर कोने में घूमने का मौका भुनाने में पीछ नहीं रहते यही वजह है कि जहां तीसरे नंबर पर 28.41 करोड़ पर्यटकों के साथ कर्नाटक है.
वहीं चौथे स्थान पर मौजूद आंध्र प्रदेश में 25.47 करोड़ लोग घूमने पहुंचे थे. 5वें नंबर पर राजस्थान है, जहां 2023 में 17.90 करोड़ सैलानी आए थे. छठे स्थान पर 17.80 करोड़ पर्यटकों के साथ गुजरात मौजूद है, और सातवीं पोजीशन 16.13 करोड़ सैलानियों के साथ महाराष्ट्र है.
पहाड़ी इलाकों में उत्तराखंड सबसे ऊपर
अगर पहाड़ी इलाकों की बात करें तो पर्यटकों की संख्या के मामले में उत्तराखंड सबसे आगे रहा जहां 2023 में 5.81 करोड़ सैलानी आए. इसके बाद जम्मू-कश्मीर में 2.06 करोड़ और हिमाचल प्रदेश में 1.59 करोड़ पर्यटक आए. वहीं दिल्ली में भी 3.94 करोड़ पर्यटक आए थे.
पर्यटकों की संख्या की जानकारी देते हुए पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लोकसभा में बताया कि लोग अब अपने देश की खूबसूरती को ज्यादा देख रहे हैं. इस बढ़ोतरी के पीछे सरकार की 2020 में शुरू हुई देखो अपना देश पहल है. इसके तहत वेबिनार, सेमिनार, रोडशो और सोशल मीडिया से देश के पर्यटन स्थलों को बढ़ावा दिया जा रहा है.
पर्यटन से देश में रोजगार के नए मौके बढ़ने के साथ ही देश की इकोनॉमी को भी काफी फायदा हो रहा है. सबसे बड़ी बात है कि इस पहल से स्थानीय अर्थव्यवस्था को फायदा हो रहा है और होटल-रेस्तरां जैसी सेवाएं मजबूत हो रही हैं. इससे मजबूत पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. लोग अब विदेशों में जाने की जगह अपने देश में घूमना पसंद कर रहे हैं और आने वाले बरसों में इस ट्रेंड के तेजी से बढ़ने का अनुमान है.