
भारत आज अपना 76वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना रहा है. कर्तव्य पथ पर परेड में भारत के हर क्षेत्र में बढ़ते कदमों की झलक देखने को मिली है. बात करें सिर्फ बीते 25 सालों की, तो इस अवधि में भारत की इकोनॉमी में बड़ा बदलाव देखने को मिला है और ये दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रही है. देश की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में बढ़ोतरी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि India's GDP (PPP) का साइज साल 2000 में 2.2 ट्रिलियन डॉलर था, जो अब 17 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया है.
आंकड़ों में देखें क्या आया बदलाव?
वर्ल्ड ऑफ स्टेटिस्टिक्स (World Of Statistics) ने अपने ट्विटर (अब X) हैंडल पर देश की जीडीपी करेंट प्राइस (पीपीपी) में आए बदलाव के आंकड़े शेयर किए हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक, साल 2000 में 2.2 ट्रिलियन डॉलर की तुलना में ये आंकड़ा अब साल 2025 में बढ़कर 17.36 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच चुका है. यहां बता दें कि PPP यानी क्रय शक्ति समानता का इस्तेमाल इकोनॉमी में एकसमान वस्तुओं की कीमत के स्तर की तुलना करने के लिए किया जाता है. इस मामले में भारत ने लंबी छलांग लगाई है.
गौरतलब है कि GDP और PPP के बीच सबसे बड़ा अंतक ये होता है कि जीडीपी महंगाई के असर के लिए समायोजित नहीं किया जाता है और यह वर्तमान बाजार कीमतों पर होता है, तो वहीं पीपीपी में जीडीपी के क्रय शक्ति समता दरों का इस्तेमाल करके डॉलर में परिवर्तित किया जाता है और कुल जनसंख्या से विभाजित किया जाता है.
भारत जल्द बनेगा तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी!
भारतीय अर्थव्यवस्था की तेज रफ्तार की वर्ल्ड बैंक से लेकर आईएमएफ तक और तमाम वैश्विक एजेंसियों ने सराहना की है और इसके जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी (World's Third Largest Economy) बनने की उम्मीद जताई है. IMF ने अक्टूबर 2024 में जारी अपनी रिपोर्ट में कहा था कि भारत अभी पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और साल 2023 तक ये तीसरी बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा. इसके अलावा S&P Global ने भी ये अनुमान जाहिर किया है. वहीं IMF की डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर गीता गोपीनाथ (Gita Gopinath) का मानना है कि भारत ये कमाल 2027 में ही कर सकता है.
पाकिस्तान तब कहां और अब कहां?
वर्ल्ड ऑफ स्टेटिस्टिक्स ने न केवल भारत के वृद्धि के आंकड़े शेयर किए हैं, बल्कि अपनी सोशल मीडिया (Social Media) पोस्ट में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का डाटा भी शेयर किया है. इन्हें देखें, तो 25 साल पहले Pakistan का जीडीपी, करेंट प्राइस (पीपीपी) 390 अरब डॉलर था, जो इन 25 सालों में अब तक बढ़कर महज 1.66 ट्रिलियन डॉलर हो सका है. मतलब खस्ताहाल इकोनॉमी वाला पाकिस्तान भारत से कहीं पीछे है.