
भारत की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) फिर से मजबूती के साथ आगे बढ़ने लगी है. मैन्युफैक्चरिंग के ताजा पीएमआई (PMI) आंकड़ों से इस बात के साफ संकेत मिलते हैं. नवंबर महीने में विनिर्माण सेक्टर का पीएमआई (Manufacturing PMI) 57.6 पर पहुंच गया है, जो पिछले 10 महीने का सबसे ऊंचा स्तर है. इससे पहले अक्टूबर में विनर्माण का पीएमआई 55.9 रहा था.
पिछले 10 महीने का सबसे बेहतर स्तर
आईएचएस मार्किट (IHS Markit) ने बुधवार को जारी पीएमआई रिपोर्ट (November PMI Report) में बताया कि भारत का मैन्युफैक्चरिंग खरीद प्रबंध सूचकांक (Manufacturing Purchasing Managers Index) नवंबर में 57.6 पर रहा है. यह विनिर्माण सेक्टर (Manufacturing Sector) में पिछले 10 महीने के सबसे बेहतर सुधार का संकेत देता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि नवंबर महीने में फरवरी के बाद उत्पादन (Production) और बिक्री (Sale) दोनों में सबसे मजबूत तेजी आई है.
तीन महीने बाद तेज हुई हायरिंग
रिपोर्ट में बताया गया है कि नवंबर महीने में नई नौकरियां देने में भी सुधार का संकेत मिला है. हायरिंग (Hiring) में यह सुधार लगातार तीन महीने की छंटनी के बाद आया है. आईएचएस मार्किट के अनुसार, बिक्री में तेज वृद्धि ने उत्पादन में नौ महीने के सबसे बेहतर सुधार को सपोर्ट किया है. इसके चलते कंपनियों ने इनपुट बाइंग (Input Buying) को तेज किया है.
बना हुआ है महंगाई का दबाव
कंपनियों की लागत पर महंगाई (Inflation) का दबाव बढ़ा हुआ है. यह अक्टूबर के हालिया सबसे ऊंचे स्तर से कुछ कम हुआ है, लेकिन रॉ मटीरियल्स (Raw Materials) के मामले में डिमांड और सप्लाई के मिसमैच (Demand Supply Mismatch) तथा इनकी ढुलाई के बढ़े खर्च (Transportation Cost) के चलते महंगाई का दबाव अभी भी बना हुआ है.
निर्यात ऑर्डर कम होने के बाद भी बढ़े फैक्ट्री ऑर्डर
मैन्यूफैक्चरर्स का कहना है कि मांग मजबूत हो रही है, बाजार की स्थितियों में सुधार आ रहा है और मार्केटिंग सफल हो रही हैं. इससे नवंबर में सेल को सपोर्ट मिला है. फैक्ट्री ऑर्डर (Factory Order) लगातार पांचवें महीने बढ़ा है और नवंबर की रफ्तार फरवरी के बाद सबसे अधिक रही है. आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि सेल में इस ग्रोथ के लिए घरेलू बाजार ही मुख्य स्रोत रहा है. नवंबर महीने में अक्टूबर की तुलना में निर्यात के नए ऑर्डर (Export Order) कम रहे हैं.