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महंगाई पर संग्राम: आटा, तेल, गैस से लेकर पेट्रोल-डीजल ने रुलाया, एक साल में इतने बढ़ गए दाम

देश में खुदरा महंगाई लगातार छठे महीने यह आरबीआई (RBI) के तय लक्ष्य से ऊपर बनी हुई है. जून में खुदरा मुद्रास्फीति 7.01 फीसदी रही, जो मई महीने से 0.3 फीसदी कम है. मई के महीने में खुदरा महंगाई दर 7.04 फीसदी रही थी.

आटा से लेकर LPG तक महंगाई की मार आटा से लेकर LPG तक महंगाई की मार
दीपक चतुर्वेदी
  • नई दिल्ली,
  • 01 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 12:19 PM IST
  • एक साल में आटे का दाम 9.15% तक बढ़े
  • घरेलू सिलेंडर 200 रुपये से ज्यादा महंगा हुआ

देश में महंगाई (Inflation) की मार से जनता का हाल-बेहाल है. भले ही सरकार दूसरे देशों के आंकड़े पेश करके भारत में कीमतें कम होने का दावा रही हो. लेकिन बीते एक साल में खाने (Food) से लेकर ईंधन तक की कीमतों (Fuel Price) में आई तेजी ने लोगों की जेब का खर्च बढ़ा दिया है. आटा, दूध, दालों की कीमतें या फिर खाने के तेल या पेट्रोल-डीजल के दाम (Petrol-Diesel Price) सालभर में बड़ा अंतर आया है. 

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महंगाई के मुद्दे पर घमासान
महंगाई (Inflation) का मुद्दा न केवल आम जनता के लिए बल्कि राजनीतिक दलों के लिए भी सबसे ज्यादा अहम रहता है. वर्तमान में इसे लेकर सड़क से संसद तक इसे लेकर हंगामा जारी है. आरबीआई (RBI) ने रेपो दरों (Repo Rate) को लगातार दो बार बढ़ाया और फिर बढ़ोतरी की तैयारी है. तो चालू मानसून सत्र (Monsoon Session) में महंगाई को लेकर विपक्ष ने मोदी सरकार को घेरने का काम शुरू कर दिया है. लेकिन महंगाई की मार के बीच सरकार का कहना है कि देश में जरूरी सामानों की कीमतों में कमी आ रही है. 

आरबीआई के लक्ष्य से ऊपर महंगाई
भारत की खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation Rate) में जून 2022 में गिरावट जरूर आई है. लेकिन लगातार छठे महीने यह आरबीआई (RBI) के तय मानकों से ऊपर बनी हुई है. जून में खुदरा मुद्रास्फीति 7.01 फीसदी रही, जो मई महीने से 0.3 फीसदी कम है. मई के महीने में खुदरा महंगाई दर 7.04 फीसदी रही थी. अप्रैल के महीने में खुदरा मंहगाई दर 7.79 फीसदी रही थी. खाद्य महंगाई दर (Food Inflation) जून में 7.75 फीसदी रही है, जो मई महीने में 7.97 फीसदी थी.

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सालभर में आटे की कीमत यहां पहुंची
आम आदमी पर महंगाई की मार किस कदर बढ़ गई है, इसका अंदाजा आटे की बढ़ती कीमतों (Flour Price) के देखकर लगाया जा सकता है. लोगों के लिए दो जून की रोटी खाना भी मुश्किल होता जा रहा. देश में गेहूं (Wheat) की बंपर पैदावार के बाद भी आटे की खुदरा कीमतें 12 वर्ष के उच्च स्तर पर हैं. एक साल में ही आटे का दाम 9.15 फीसदी तक बढ़ चुका है.

बीते 7 मई 2022 में जारी नागरिक आपूर्ति विभाग के जारी आंकड़े देखें तो गेहूं के आटे का औसत खुदरा मूल्‍य 32.78 रुपये प्रति किलोग्राम था. पिछले साल की समान अवधि में यह कीमत 30.03 रुपये प्रति किलोग्राम थी.

LPG सिलेंडर के दाम आसमान पर 
रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में सालभर में तेज बढ़ोतरी देखने को मिली है. पिछले एक साल में घरेलू एलपीजी सिलेंडर (LPG Cylinder) के दाम दिल्ली में 200 रुपये प्रति सिलेंडर से ज्यादा बढ़ चुके हैं. एक साल पहले दिल्ली में 14.2 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 834.50 रुपये थी, जो फिलहाल 1053 रुपये पर आ गई है.

सोमवार 1 अगस्त को कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम 36 रुपये घटाए गए, लेकिन घरेलू सिलेंडर की कीमतों में बदलाव नहीं किया गया. आज भी दिल्ली-मुंबई  में यह 1053 रुपये , कोलकाता में 1079 और चेन्नई में 1068.50 रुपये का मिल रहा है. 

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पेट्रोल-डीजल पर उठाने पड़े ये कदम 
31 जुलाई 2021 को दिल्ली में पेट्रोल 101.84 रुपये और डीजल 89.87 रुपये प्रति लीटर पर था. हालांकि, फिलहाल भी कीमतें इसी के आसपास हैं. लेकिन ये स्तर सरकार की ओर से उत्पाद शुल्क में की गई कटौती के बाद पाया जा सका है. पेट्रोल-डीजल का दाम पिछले साल की समान अवधि की तुलना में अभी क्रमशः 96.72 रुपये प्रति लीटर और 89.62 रुपये प्रति लीटर है. साल 2021 में ईंधन की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिली थी. 

खाने के तेल ने बिगाड़ा बजट
खाने के तेल की कीमतों में भी बीते एक साल में जोरदार इजाफा हुआ है. हालांकि, सरकार ने इस पर लगाम लगाने के लिए कदम उठाए और कंपनियों को निर्देश जारी किए. इसके बाद कुछ नरमी देखने को मिली, लेकिन अभी भी यह पिछले साल के मुकाबले ज्यादा हैं. पाम तेल की कीमत जून में 156.02 रुपये प्रति किलो से कम होकर जुलाई में 143.81 रुपये प्रति किलो हो गई, लेकिन इसका खुदरा भाव अभी भी सालभर पहले के 131.09 रुपये प्रति किलोग्राम की तुलना में 9.70 फीसदी ज्यादा है.

सोयाबीन ऑयल की बात करें तो एक महीने में यह 169.7 रुपये प्रति किलो से कम होकर 164.43 रुपये पर आ गया, लेकिन पिछले साल की समान अवधि में 148.82 रुपये प्रति किलोग्राम से यह अभी भी 10.49 फीसदी अधिक हैं.

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सब्जी से दूध तक पर महंगाई
भारत में थोक दूध की कीमतों में वार्षिक आधार पर 5.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. सिर्फ पिछले पांच महीनों का ही आंकड़ा देखें को देश में डेयरी कंपनियों ने दूध की बिक्री कीमतों में लगभग 5-8 फीसदी की तेजी आई है. अमूल और मदर डेयरी जैसी कंपनियों के बीते एक साल में दूध के दाम 2 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ा दिए हैं.

इसके अलावा सब्जियों की कीमतों में भी तेज वृद्धि देखने को मिली है. टमाटर की कीमतें तो सुर्खियों में आ गई थीं. कुल मिलाकर सरकारी आंकड़े देखें तो खाद्य महंगाई दर (Food Inflation) जून में 7.75 फीसदी रही है. 

 

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