
छंटनी (Layoff) के दौर में देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस (Infosys) ने अपने कर्मचारियों को शानदार तोहफा दिया है. कंपनी के ग्रोथ में शामिल योग्य कर्मचारियों को 5.11 लाख शेयर अलॉट किए गए हैं. ये शेयर स्टॉक इंसेंटिव कॉम्पेंसेशन प्लान 2015 और स्टॉक ओनरशिप प्रोग्राम 2019 के तहत अलॉट किए गए हैं. कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि 12 मई, 2023 को 5,11,862 इक्विटी शेयर योग्य कर्मचारियों को आवंटित किए हैं. टेक कंपनियों में लगातार हो रही छंटनी के बीच इंफोसिस के कर्मचारियों के लिए ये किसी बड़े तोहफे से कम नहीं है.
इस प्लान के तहत अलॉट हुए शेयर
इंफोसिस ने स्टॉक इंसेंटिव कंपनसेशन प्लान के तहत 1,04,335 इक्विटी शेयर आवंटित किए हैं. वहीं, स्टॉक ओनरशिप प्रोग्राम के तहत 4,07,527 स्टॉक अलॉट किए गए हैं. वित्त वर्ष 2022-23 की आखिरी तिमाही मार्च में कंपनी ने सालाना आधार पर 7.8 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 6,128 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड मुनाफा हासिल किया था.
हालांकि, इंफोसिस का मुनाफा अनुमान से कम था. इससे पहले दिसंबर तिमाही में कंपनी ने 6586 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल किया है. यानी दिसंबर की तिमाही के मुकाबले मार्च की तिमाही में कंपनी के मुनाफे गिरावट आई है. इंफोसिस टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, विप्रो और अन्य आईटी कंपनियों की कंपटीटर है.
कंपनी ने क्यों बांटे शेयर?
इंफोसिस के शेयर सोमवार को 1.06 फीसदी की तेजी के साथ 1,258.40 रुपये पर बंद हुए थे. हालांकि, पिछले कुछ दिनों में इस कंपनी के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है. लगातार आईटी इंडस्ट्रीज में छंटनी की चल रही तलवार के बीच कंपनी अपने बेहतरीन कर्मचारियों को शेयर अलॉट कर उन्हें जोड़े रखना चाहती है. यह योजना कर्मचारियों को कंपनी के लक्ष्य के हिसाब से बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित करती है. इसके तहत कंपनी की ग्रोथ में कर्मचारियों को उनकी भागीदारी के हिसाब से शेयर दिए जाते हैं.
मार्च तिमाही के नतीजे कमजोर
मार्च की तमाही के नतीजे आने के बाद इंफोसिस के शेयर 11 फीसदी टूटे थे. स्टॉक अपने 52 वीक लो लेवल पर पहुंच गया था. जनवरी से मार्च की तिमाही में कंपनी की आमदनी अनुमान से कम रही थी. जानकारों का कहना था कि इंफोसिस के प्रदर्शन में आई गिरावट की वजह अमेरिका का बैंकिंग संकट है.
IT सेक्टर के लिए बैंकिंग फाइनेंसियल सर्विसेज एंड इंश्योरेंस (BFSI) सेगमेंट सबसे अहम होता है. अमेरिकी बैंकिंग संकट ने इसी पर चोट किया है. अमेरिका इंफोसिस के लिए सबसे अधिक रेवेन्यू जेनरेट करता है. एक्सपोजर अधिक होने के कारण इंफोसिस के BFSI का प्रदर्शन निराशाजनक रहा.