
आईपीओ मार्केट (IPO Market) के लिए साल 2024 खासा शानदार साबित हुआ है और एक के बाद एक कई बड़ी कंपनियों ने अपने इश्यू पेश किए हैं. हाल ही में ऑटोमोबाइल कंपनी हुंडई मोटर इंडिया ने LIC का रिकॉर्ड तोड़ते हुए देश का सबसे बड़ा IPO लॉन्च किया था, जो 27,000 करोड़ रुपये से ज्यादा आकार का था. अगर आप इस इश्यू में निवेश करने से चूक गए हैं, तो फिर आपके लिए कमाई का एक और बड़ा मौका आने वाला है. देश के सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर के बैंक HDFC Bank की सब्सिडियरी कंपनी HDB Financial Services अपना इश्यू पेश करने के लिए तैयार है और इसकी जानकारी बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में दी है.
10000 करोड़ के शेयरों की बिक्री OFS से
आईपीओ निवेशकों को जल्द ही निवेश के लिए एक और बड़ा मौका मिलने वाला है. दरअसल, HDFC Bank की सब्सिडियरी फर्म HDB Financial Services के आईपीओ का रास्ता साफ हो गया है. एचडीएफसी बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने एचडीबी फाइनेंशियल को आईपीओ लाने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है. स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में शेयर की गई जानकारी पर नजर डालें, तो HDB IPO का फुल साइज 12,500 करोड़ रुपये हो सकता है. इसमें 10000 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए की जाएगी, जबकि कंपनी 2500 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी करेगी.
HDFC बैंक के पास 94% से ज्यादा स्टेक
एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज में 94.64 फीसदी की स्टेकहोल्डिंग HDFC Bank के पास में है. शेयर बिक्री के बाद भी ये एचडीएफसी बैंक की सहायक कंपनी बनी रहेगी. हालांकि, आईपीओ का आकार और शेयरों की बिक्री अभी मार्केट स्थिति, रेग्युलेटरी अप्रूवल समेत अन्य चीजों पर निर्भर करेगी. इस प्रस्तावित आईपीओ का प्राइस बैंड और अन्य विवरण भी इसी पर निर्भर करेगा. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि इस 12500 करोड़ रुपये के अनुमानित आईपीओ को कंपनी इस साल के अंत तक पेश कर सकती है.
गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बीते साल 14 सितंबर को साल 2023-24 के लिए नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी यानी NBFCs की लिस्ट का ऐलान किया था. स्केल बेस्ड रेगुलेशन के तहत केंद्रीय बैंक ने इस अपर लेयर NBFCs की लिस्ट में 15 कंपनियों को शामिल किया था. नए नियमों के अनुसार, नॉन-लिस्टेड कंपनियों को तीन साल के भीतर लिस्टेड होना जरूर थी. इस लिस्ट में आरबीआी ने साइज और बिजनेस के हिसाब से NBFC की 4 कैटेगरी बनाई हैं.
HDB फाइनेंशियल के बारे में
एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज के बारे में बात करें, तो ये एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) है, और रिटेल और कॉमर्शियल सेक्टर्स में अपनी सेवाएं देती है, जो पर्सनल लोन, ऑटो लोन की एक विस्तृत रेंज पेश करती है. HDB Financial Services की स्थापना में 2007 में की गई थी और पूरे भारत में इसकी 1,680 से ज्यादा ब्रांच मौजूद हैं. इस एनबीएफसी ने वित्त वर्ष 23 में अपनी लोन बुक में 17 फीसदी की एनुअल ग्रोथ दर्ज की, जो 66,000 करोड़ रुपये रही.