
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नोटों (Currency) को लेकर बड़ा फैसला किया है. अब नोटों की भी फिटनेस जांची जाएगी. केंद्रीय बैंक ने इसे अनिवार्य कर दिया है. रिजर्व बैंक ने देश के सभी बैंकों को निर्देश दिए हैं कि वो नोट गिनने वाली मशीन की जगह नोट की फिटनेस जांचने वाली मशीन का इस्तेमाल करना शुरू करें. रिजर्व बैंक ने नोटों की फिटनेस के लिए 11 मानक तय किए हैं. अगर आपके जेब में पड़े नोट तय मानकों को पूरा नहीं कर पाते हैं, तो बैंक उसे फिटनेस टेस्ट में फेल कर देंगे.
बैंकों में लगेंगी फिटनेस सार्टिंग मशीनें
रिजर्व बैंक ने देश के सभी बैंकों से कहा है कि वो नोट सॉर्टिंग मशीनों की जगह नोट फिटनेस सॉर्टिंग मशीनों का इस्तेमाल करना शुरू करें. बैंकिंग सिस्टम में लंबे समय से अनफिट नोट चल रहे हैं. केंद्रीय बैंक का कहना है कि ज्यादा इस्तेमाल की वजह से नोट गंदे हो जाते हैं और इनका प्रिंट खराब होने लगता है. ऐसे नोट भी अनिफट होते हैं.
रिजर्व बैंक को भेजनी होगी रिपोर्ट
फिटनेस टेस्ट में डॉग इयर्स करेंसी (कोनों से मुड़े नोट), कई परतों में मुड़े हुए नोट, बदरंग नोट और गोंद या टेप से चिपकाए नोटों को अनफिट मानकर चलन से बाहर कर दिया जाएगा. बैकों को हर तीन महीने में नोटों की फिटनेस टेस्ट को लेकर रिजर्व बैंक को रिपोर्ट भेजनी होगी. रिपोर्ट में ये बताना होगा कि कौन-कौन से मानकों को कितने नोट पूरा नहीं कर पाए.
फिटनेस टेस्ट में फेल होंगे ऐसे नोट
कहां मिलेंगे आपको फिट नोट
अब तक नोट सॉर्टिंग मशीनें असली-नकली और बेहद खराब स्थिति में पहुंच चुके नोटों को ही छांटती थीं. नए निर्देश में बताया गया है कि 10 रुपये और उससे अधिक मूल्य वाले सभी नोट बदले जा चुके हैं. इसलिए अब नोटों को छांटने वाली मशीनों को बदलने की जरूरत है. बैंक जिस नोट को रिजेक्ट करेंगे. उसकी जगह वो ग्राहकों को दूसरा फिट नोट देंगे.