
इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल करने में महज एक हफ्ते का समय बचा है. इसके लिए सरकार ने 31 जुलाई 2022 की अंतिम तिथि निर्धारित की है. जैसे-जैसे लास्ट डेट करीब आ रही है, वैसे-वैसे आईटीआर भरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. आयकर विभाग (Income Tax Department) के अधिकारियों की मानें तो सोमवार तक तीन करोड़ से अधिक आईटी रिटर्न दाखिल किए जा चुके हैं.
विभाग की अपील का दिखा असर
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट में इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि जहां अब तक 3 करोड़ से ज्यादा करदाताओं (Taxpayers) ने आईटीआर (ITR) भर दिया है. वहीं इनमें 40 लाख आईटी रिटर्न सप्ताहांत में दाखिल किए गए. इस आंकड़े को देखकर कहा जा सकता है कि विभाग की अपील का करदाताओं पर असर हो रहा है. बता दें आयकर विभाग ने करदाताओं से कहा है कि रिटर्न दाखिल करने के लिए अंतिम तिथि (ITR Last Date) का इंतजार न करें और जल्द से जल्द इस काम को पूरा करें.
आईटीआर भरने के लिए बचा एक हफ्ता
रिपोर्ट में कहा गया कि आयकर विभाग बाकी बचे एक सप्ताह में लगभग एक करोड़ आईटीआर फाइल किए जाने की उम्मीद कर रहा है. विभाग के अधिकारियों ने पहले भी बिजनेस टुडे से बातचीत के दौरान कहा था कि उन्हें आईटीआर दाखिल करने के लिए निर्धारित की गई अंतिम तिथि 31 जुलाई 2022 तक अच्छी संख्या में आईटी रिटर्न सबमिशन (ITR Filing) का भरोसा है.
लास्ट डेट बढ़ने की उम्मीद नहीं
आयकर अधिकारियों ने यह भी कहा कि रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया को सुचारू रखने में विभाग के आईटीआर पोर्टल (ITR Portal) पर गड़बड़ियों की जांच के लिए नियमित समीक्षा जारी है. गौरतलब है कि पिछले वित्त वर्ष और बीते कुछ महीनों में पोर्टल में खराबी की कई शिकायतें सामने आई थीं. इसके अलावा विभाग ने यह भी साफ कर दिया है कि इस वर्ष आईटीआर दाखिल करने की समय सीमा आगे नहीं बढ़ाई जा सकती.
31 जुलाई के बाद लगेगा जु्र्माना
समय सीमा (Last Date) बीतने के बाद यानी 31 जुलाई के बाद भी आईटीआर दाखिल किया जा सकता है. लेकिन तब जुर्माने (Penalty) के साथ इसे भरा जा सकता है. जु्र्माने की राशि की बात करें तो यदि व्यक्ति की वार्षिक आय 5 लाख रुपये प्रति वर्ष से अधिक है, तो 5,000 रुपये भरना होगा. वहीं अगर आय 5 लाख रुपये प्रति वर्ष से कम है, तो जुर्माना राशि 1,000 रुपये देनी होगी.