
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का रेसिप्रोकल टैरिफ अगले महीने 2 अप्रैल से लागू हो जा रहा है और इससे पहले ही दुनियाभर के शेयर बाजारों में हाहाकार नजर आ रहा है. सप्ताह के पहले कारोबारी दिन इसके संकेत भी देखने को मिले. भले ही सोमवार को भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) ईद के मौके पर बंद रहा, बता दें कि बीते सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार सेंसेक्स-निफ्टी रेड जोन में क्लोज हुए थे. वहीं सोमवार को एशियाई बाजार में कारोबार के दौरान ज्यादातर मार्केट्स धराशायी नजर आए. वहीं सोमवार को जापान के निक्केई का तो सबसे बुरा हाल रहा और ये 4 फीसदी से ज्यादा टूट गया. इसके अलावा हांगकांग के हैंगसैंग (HangSang) से लेकर साउथ कोरिया के कोस्पी (Kospi) तक में बड़ी गिरावट देखने को मिली.
जापान 4%, तो कोरिया का कोस्पी 3% फिसला
सोमवार को कारोबार के दौरान ज्यादातर एशियाई बाजारों पर ट्रंप टैरिफ (Trump Tariff) का डर साफ देखने को मिला है. जापान का तो बुरा हाल रहा और यहां का Nikkei इंडेक्स 4.05 फीसदी या 1502.55 अंक फिसलकर 35,617.56 के लेवल पर आ गया. इसके अलावा साउथ कोरिया का Kospi 3 फीसदी की गिरावट लेकर 2481.12 पर कारोबार करता दिखा. इन दोनों के साथ ही लगभग सभी Asian Markets रेड जोन में कारोबार कर रहे थे.
अन्य एशियाई बाजारों में भी हड़कंप
निक्केई और कोस्पी के अलावा अन्य एशियाई बाजारों के सोमवार को कारोबार पर नजर डालें, तो Gift Nifty करीब 1 फीसदी टूटकर 23,300 के लेवल पर कारोबार करता नजर आया, तो वहीं हांगकांग का हैंगसैंग (Hang Sang) 1.31 फीसदी की गिरावट लेकर 23,119.58 पर ट्रेड कर रहा था. Dax में 1.14% की, तो वहीं CAC 1.18% टूटकर कारोबार कर रहा था.
अमेरिकी बाजारों में भी तगड़ी गिरावट
बात अगर अमेरिकी शेयर मार्केट्स की करें, तो यहां के शेयर बाजारों में भी तगड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. Dow Future 0.59% गिरकर कारोबार कर रहा है, तो वहीं Nasdaq 1.63% फिसलकर 17,098.75 पर आ गया. इसके अलावा Dow Jones 1.69% की गिरावट लेकर 41,604.90 पर और S&P500 इंडेक्स 1.10% टूटकर 5570 पर ट्रेड कर रहा था.
बाजारों को किस बात का सता रहा डर?
अब बात करते हैं कि आखिर ऐसा कौन सा डर है, जो शेयर बाजारों को सता रहा है और ये टूटकर बिखर रहे हैं. तो बता दें कि US President Donald Trump के रेसिप्रोकल टैरिफ के लागू होने की तारीख नजदीक है और ये 2 अप्रैल से लागू होने जा रहा है. बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Donald Trump ने एयरफोर्स वन के विमान में पत्रकारों से बात करते हुए रविवार को कहा कि रेसिप्रोकल टैरिफ की सभी देशों से शुरुआत करेंगे, अनिवार्य रूप से उन सभी देशों से जिनके बारे में हम लगातार बात कर रहे हैं.
बता दें कि ट्रंप ने उन देशों पर पारस्परिक टैरिफ लागू करने की घोषणा की है जो अमेरिकी निर्यात पर शुल्क लगाते हैं, जिसका उद्देश्य उन टैरिफ को उसी के अनुसार बराबर करना है, न कम और न ज्यादा.
रेसिप्रोकल टैरिफ यानी जब एक देश किसी दूसरे देश से आयातित वस्तुओं पर टैरिफ (आयात शुल्क) लगाता है, तो दूसरा देश भी उसी अनुपात में उस देश के उत्पादों पर टैरिफ लगा देता है. इसे सरल भाषा में 'जैसे को तैसा' नीति कहा जा सकता है. उदाहरण के लिए, अगर कोई देश अमेरिकी उत्पादों पर 10 प्रतिशत आयात शुल्क लगाता है, तो अमेरिका भी उस देश से आने वाले सामान पर 10 प्रतिशत का ही टैरिफ लगाएगा.