
क्या आपको भारत के पहले पायलट लाइसेंस और Air India की पहली फ्लाइट के बीच का कनेक्शन पता है? इस कहानी की शुरुआत 1929 से होती है. यह कहानी Tata Group ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर शेयर की है. कंपनी ने बताया है कि किस प्रकार भारत के पहले शख्स को कॉमर्शियल फ्लाइट उड़ाने का लाइसेंस मिला था और कैसे Air India की शुरुआत हुई थी.
10 फरवरी, 1929 का वह ऐतिहासिक दिन
Tata Group ने बताया है कि 10 फरवरी, 1929 को JRD Tata (Jehangir Ratanji Dadabhoy Tata) को भारत का पहला कॉमर्शियल एविएटर सर्टिफिकेट मिला था. Tata Group ने लिखा है, "10 फरवरी, 1929 को JRD 'Jeh' Tata को भारत का पहला कॉमर्शियल एविएटर सर्टिफिकेट मिला था. इससे उनका वह सपना पूरा हो गया था जो उन्होंने 15 साल की उम्र में देखा था..."
पोस्ट में कहा गया है कि इस कामयाबी से भारत का पहली एयरलाइन की शुरुआत की नींव पड़ी. उन्होंने कहा कि जेआरडी टाटा को कॉमर्शियल पायलट का लाइसेंस मिलने के बाद देश में एयरलाइन की शुरुआत के सपने के लिए मंच तैयार हुआ.
जेआरडी टाटा ने उड़ाई थी Air India की पहली फ्लाइट
JRD Tata ने भारत की पहली एयरलाइन - Tata Air Service - की शुरुआत की थी. यह Airline ही बाद में Air India बन गई. Tata Group ने बताया है कि एयरलाइन की स्थापना के बाद JRD Tata ने इसकी पहली फ्लाइट भी उड़ाई थी.
कराची से मुंबई की पहली फ्लाइट
1932 में अक्टूबर के महीने में उन्होंने कराची से मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे) के बीच Tata Air Services की पहली फ्लाइट उड़ाई थी. उन्होंने 100 मील प्रति घंटे के रफ्तार से यह फ्लाइट उड़ाई थी. कंपनी ने इसके साथ ही जेआरडी टाटा के लाइसेंस की फोटो भी शेयर की है.
JRD Tata के नाम पर Airport का नाम रखने की मांग
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जेआरडी टाटा की पहली उड़ान की वर्षगांठ को नेशनल एविएशन डे के रूप में घोषित करने की मांग की है. साथ ही कहा गया है कि अगले किसी बड़े एयरपोर्ट का नाम जेआरडी टाटा के नाम पर रखा जाए.